यूरोप में चल रहे यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच अब एशिया में भी तनातनी शुरू हो चुकी है. ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन के अमेरिका दौरे से बौखलाए चीन ने लड़ाकू विमान भेजे हैं.
नई दिल्ली: चीन ताइवान पर कब्जे की फिराक में हैं. ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन के अमेरिका दौरे से बौखलाई चीनी सरकार ने ताइवान की घेराबंदी शुरू कर दी है. चीन (China) की नौसेना और वायुसेना समुद्र में बसे ताइवान की सीमाओं को लांघ चुकी हैं. उनके एक-दो नहीं, बल्कि 71 लड़ाकू विमान और 9 युद्धपोत ताइवान के आस-पास नजर आए हैं.
संकट की घड़ी में ताइवान भी अपनी सुरक्षा करने में जुटा है. ताइवानी सेना अमेरिका से खरीदे गए हथियारों, राडारों एवं अन्य सैन्य संसाधनों का सहारा ले रही है. चीन ने कहा है कि उसकी नौसेना और वायुसेना तीन दिन की मिलिट्री ड्रिल पर हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ आशंका जता रहे हैं कि इस बार उसका इरादा कुछ और है. अमेरिका हालात पर नजर बनाए हुए है.
पूर्वी एशिया में चरम पर पहुंचा तनाव
अभी ताइवान के रक्षा मंत्रालय का बयान आया है. रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उनका देश अपनी रक्षा और सुरक्षा के लिए एकजुट होकर लड़ेगा. मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने अपने द्वीपीय देश को घेरने वाले चीन के कई विमानों का पता लगाया है. चीनी सेना उनकी हवाई सीमा में दाखिल हुई थी. इसलिए, वे भी मुकाबले के लिए डट गए हैं.
‘ताइवान हमारी मातृभूमि है, पूरी ताकत से लड़ेंगे’
ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने ट्विटर पर कहा, “ताइवान हमारी मातृभूमि है, और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि हम कहां जाते हैं या हम क्या देखते हैं. हमारा वतन हमेशा से आकर्षक और खूबसूरत देश रहा है. इस भूमि पर हर गाथा हमारी यादों में उकेरी गई है. हम, #ROCAarmedForces, अपनी मातृभूमि की रक्षा करने और अपने घरों की रक्षा करने के लिए पूरी ताकत से लड़ेंगे.”
चीन ने भेजे थे ऐसे लड़ाकू विमान
इससे पहले रविवार को ताइवान ने सुबह छह बजे तक चीन के 71 लड़ाकू विमान और 9 युद्धपोतों को ट्रैक किया था. ताइवानी मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, “पहचाने गए चाइनीज विमानों में से 45 (SU-308, J-114, J-1016, J-1610, TB-001 UCAV, Y-9EW, Y-8 ASW, H-6K*2 , Y-20, KJ-500) ने ताइवानी जलडमरूमध्य की मध्य रेखा को पार किया था और ताइवान के दक्षिण-पश्चिम ADIZ में एंट्री की थी, हमने उनका फ्लाइट रूट ट्रैक किया है.” इससे पहले ताइवान की महिला राष्ट्रपति ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा था कि वो हमें चैन से जीने दे. उन्होंने कहा कि हमारा देश किसी दवाब के आगे नहीं झुकेगा.