Health Tips: क्या आप भी खाते हैं चिकन? तो ध्यान रखें इन बातों का नहीं तो हो जाएंगे बीमार

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अगर चिकन या किसी मीट को ढंग से नहीं पकाया जाता तो वह खतरनाक साबित हो सकता है। गंदा, संक्रमित और अधपका चिकन खाने से शरीर को कई सारी बीमारियां घेर सकती हैं।

जयपुर: नॉन-वेजिटेरियन फूड्स में चिकन काफी पसंद किया जाता है, जो कि एक हाई प्रोटीन रिच फूड है। लेकिन डॉक्टर का मानना है कि इसे खाने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। डॉक्टर के मुताबिक, दूषित और संक्रमित मीट खाने से बॉडी में खतरनाक बैक्टीरिया-वायरस घुस सकते हैं। चिकन जैसे मीट की सतह पर सैल्मोनेला, ई. कोलाई जैसे खतरनाक बैक्टीरिया हो सकते हैं। जो शरीर में कई सारी बीमारी पैदा कर देते हैं। इसलिए चिकन पकाने से पहले उससे अच्छे से साफ करना जरूरी है।

संक्रमित चिकन खाने से होने वाली बीमारी
डॉक्टर के मुताबिक, दूषित या कम पका मीट खाने से फूडबोर्न डिजीज हो सकती हैं। जिसकी वजह से अस्पताल में भर्ती होना पड़ सकता है और यह जानलेवा भी साबित हो सकती है। इसके कारण कई सारे लक्षण दिख सकते हैं।

गंदा खाने से होने वाली बीमारी के लक्षण
उल्टी
डायरिया
​पेट दर्द​

चिकन में हो सकता है ट्यूमर
डॉक्टर के मुताबिक, चिकन के अंदर ट्यूमर या अन्य बीमारी हो सकती है। जिसका मतलब है कि चिकन किसी वायरस, बैक्टीरिया या विषाक्त पदार्थ से संक्रमित हो चुका है। ऐसा मीट खाने के लिए सही नहीं होता है और उसका सेवन नहीं करना चाहिए।

खराब चिकन की पहचान
डॉक्टर के मुताबिक, फ्रेश चिकन के रंग, टेक्सचर और महक में कोई असमानता नहीं होती। अगर उसमें तेज गंध, हल्का हरा रंग, चिपचिपापन और अत्यधिक नमी लगती है तो यह उसके खराब होने की निशानी है। इसे बिल्कुल भी ना खाएं।

धोने और पकाने पर रखें ध्यान
कच्चे चिकन को साबुन और डिटर्जेंट से नहीं धोना चाहिए। बल्कि इसे टैप के ठंडे बहते पानी में धोएं और फिर पेपर टॉवल से सुखाएं। वहीं, चिकन पर मौजूद किसी भी बैक्टीरिया को मारने के लिए 165 डिग्री फॉरेन्हाइट या 74 डिग्री सेल्सियस पर पकाना चाहिए।

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