शास्त्रों में रुद्राक्ष धारण करने के लिए भी कुछ नियम बताए गए हैं। यदि इन नियमों का पालन नहीं किया जाए तो यह अशुभ भी हो सकता है।
जयपुर: हिंदू धर्म में रुद्राक्ष को अत्यन्त पवित्र मान कर इसे धारण करने की सलाह दी गई है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार विधिवत रूप से रुद्राक्ष धारण करने वाले भक्तों पर सदैव भगवान शिव की कृपा बनी रहती है। ऐसे भक्तों को अकाल मृत्यु छू भी नहीं पाती और समस्त प्रकार के रोग, शोक और अन्य दोष उससे दूर ही रहते है। परन्तु रुद्राक्ष धारण करने के लिए भी कुछ नियम बताए गए हैं। यदि इन नियमों का पालन नहीं किया जाए तो यह अशुभ भी हो सकता है। जानिए इन नियमों के बारे में
रुद्राक्ष धारण करते समय ध्यान रखें ये बातें
- रुद्राक्ष को सदैव शुक्ल पक्ष में किसी अच्छे मुहूर्त में या पूर्णिमा के दिन ही धारण करना चाहिए। इसे धारण करते समय ॐ नम: शिवाय का जप करते रहना चाहिए।
- रुद्राक्ष की माला सदैव सफेद, पीले या लाल रंग की ही होनी चाहिए। काले धागे में रुद्राक्ष धारण करना अशुभ फल देता है।
- रात्रि को सोने से पूर्व, सूतक काल में, स्त्री सहवास से पूर्व, किसी अपवित्र स्थान पर जाते समय, श्मशान में जाने से पहले माला को गले से उतार कर किसी पवित्र स्थान पर रख देना चाहिए अन्यथा दोष लगता है।
- रुद्राक्ष धारण करने वाले लोगों को अंडा, मछली, मांस, मदिरा आदि से पूर्ण रूप से दूर रहना चाहिए। ऐसा नहीं करना उनके दुर्भाग्य का कारण बनता है।
- कभी भी किसी दूसरे के द्वारा धारण की गई माला को नहीं पहनना चाहिए। ऐसा करना आपके जीवन में दुर्भाग्य और दुख ला सकता है।