राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने 2013 में मिली हार के मुद्दे पर जवाब दिया है। सीएम ने अलवर जिले में एक कार्यक्रम को संबोधित हुए कहा- मोदी ने हिंदुत्व की हवा फैलाई जिससे हम चुनाव हार गए।
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने 2013 में मिली हार के मुद्दे पर सचिन पायलट को सियासी जवाब दिया है। सीएम गहलोत ने अलवर जिले के हरसोरा गांव में एक कार्यक्रम को संबोधित हुए कहा- मोदी ने हिंदुत्व की हवा फैलाई। धर्म के नाम पर चुनाव जीतना आसान है।
पिछली बार हमने आपकी सेवा कम नहीं की थी। हम लोग 21 पर रह गए। दिल्ली शीला दीक्षित जैसी मुख्यमंत्री खुद चुनाव हार गई। हम लोग छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और फिर राजस्थान हार गए। सीएम गहलोत ने कहा कि 2018 के चुनाव से पहले गांव-गांव में यह आवाज उठी की गहलोत मुख्यमंत्री बनना चाहिए।
सीएम ने कहा कि मैं माली समाज का अकेला विधायक हूं। सब कौम को साथ लेकर चलता हूं। तब जाकर 5 साल मिलते हैं। सीएम ने कहा कि मैं तीन बार केंद्रीय मंत्री रहा, तीन बार कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष रहा, तीन बार राष्ट्रीय महासचिव और तीसरी बार आपके आशीर्वाद से मुख्यमंत्री बना हूं। पिछले चुनाव में आपने मुझे इतना प्यार दिया कि गांव-गांव में यह बात फै गई कि अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए।
सचिन पायलट को जवाब
सीएम गहलोत के बयान को सचिन पायलच को जवाब देने के तौर पर देखा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पायलट ने कहा था कि हम पिछले चुनावों में 21 और 56 पर आ गए थे। हार के कारणों का पता लगाना चाहिए।
क्या वजह है कि हम सरकार रिपीट नहीं कर पाते हैं। सीएम गहलोत ने कहा कि सब को पता है कि हम चुनाव क्यों हारे। चुनाव हारने के लिए मुख्यमंत्री जिम्मेदार नहीं होता है।
सीएम गहलोत के आज अलवर के बानसूर के हरसौरा गांव से सचिन पायलट को जवाब दिया है कि हम साल 2013 के चुना क्यों हारे। सचिन पायलट समर्थक लगातार सोशल मीडिया में इस बात को उठाते रहते हैं कि पायलट की वजह से सरकार आई, लेकिन उन्हें सीएम नहीं बनाया। गहलोत ने इसी नरेटिव का जवाब दिया है।
भाजपा के शासन में गुर्जरों पर 21 बार फायरिंग हुई
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला जैसे व्यक्ति ने गुर्जर समाज के आरक्षण के लिए लगातार संघर्ष किया। जब बीजेपी की सरकार थी, तब गुर्जर आंदोलनकारियों पर 21 बार फायरिंग हुई। हमारे राज में फायरिंग छोड़िए, मैंने गुर्जर समाज के किसी व्यक्ति पर लाठीचार्ज तक नहीं करने दिया। हमने आंदोलन के दौरान बातचीत जारी रखी। भाजपा के शासन में गुर्जर समाज के लोग मारे गए थे। लेकिन हमारी सरकार ने गुर्जर समाज के नेताओं को सुरक्षा प्रदान की। मेरे लिए सभी जातिया एक समान है।