चीन के अरबपति बिजनसमैन जैक मा पिछले लंबे समय से मुश्किल में हैं। मार्च 2020 में वह मुकेश अंबानी को पछाड़कर एशिया के सबसे बड़े रईस बन गए थे। लेकिन उसके बाद से उनकी नेटवर्थ में लगातार गिरावट आई है। सरकार के खिलाफ एक बयान उनके लिए भारी पड़ा। अब उनके हाथ से अपनी कंपनी का कंट्रोल भी निकल गया है।
नई दिल्ली: चीन के जैक मा (Jack Ma) एक वक्त एशिया के सबसे बड़े रईस थे लेकिन आज उनकी हालत खस्ता हो गई है। अब उनके हाथ से एंट ग्रुप (Ant Group) भी निकल गया है। इस ग्रुप को जैक मा ने ही खड़ा किया था और बुलंदियों पर पहुंचाया था। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक इन दिग्गज फिनटेक कंपनी ने कहा है कि कंपनी पर अब जैक मा का कंट्रोल नहीं रह गया है। उनके वोटिंग राइट्स भी बहुत कम कर दिए गए हैं। कभी एंट ग्रुप में उनके पास 50 फीसदी वोटिंग राइट्स थे जो अब 6.2 फीसदी रह गए हैं। एंट में उनकी हिस्सेदारी अब महज 10 फीसदी रह गई है। एंट ग्रुप चीन की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा की सहयोगी है। जैक मा को चीन की सरकार से पंगा लेना महंगा पड़ा।
जैक मा मार्च 2020 में मुकेश अंबानी को पछाड़कर एशिया के सबसे बड़े रईस बन गए थे। लेकिन चीन की सरकार के बारे में दिए गए एक बयान के बाद उनकी मुश्किलें बढ़ गई थी। पिछले साल उनकी नेटवर्थ में काफी गिरावट आई। ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स के मुताबिक जैक मा की नेटवर्थ अब 34.1 अरब डॉलर रह गई है और वह दुनिया के अमीरों की लिस्ट में 34वें नंबर पर पहुंच गए हैं। दूसरी ओर रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी 86.8 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ एशिया में दूसरे और दुनिया में आठवें नंबर पर हैं। अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी 117 अरब डॉलर की नेटवर्थ के सबसे अमीर एशियाई हैं।
सरकार से पंगा लेना पड़ा भारी
हाल में खबर आई थी कि जैक मा इन दिनों जापान की राजधानी टोक्यो में हैं। जैक मा करीब छह महीने से सेंट्रल टोक्यो में रह रहे हैं। साल 2021 में जब उनके गायब होने की खबरें दुनिया में आईं तो हर कोई हैरान रह गया। जैक मा ने चीन के बैंकों पर साहूकारों जैसी मानसिकता रखने का आरोप लगाया था। इसके बाद से ही उनकी कंपनियों एंट और अलीबाबा को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था। चीन एंट के 37 अरब डॉलर के आईपीओ को बंद कर दिया था। साथ ही अलीबाबा पर भी 2.8 अरब डॉलर का जुर्माना लगाया था।