Jaipur: श्री राजपूत करणी सेना की ओर से आज विद्याधर नगर स्टेडियम में आयोजित केसरिया महापंचायत में प्रदेशभर से हजारों की तादाद में राजपूत समाज और स्वर्ण समाज के लोग एकत्रित हुए। केसरिया पंचायत में शामिल हुए लोगों ने केसरिया पगड़ी पहनी हुई थी। श्री राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेडी के नेतृत्व में हुए केसरिया पंचायत में उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री रघुराज सिंह और यूपी से भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह भी शामिल हुए तो वही राजस्थान से भाजपा विधायक नरपत सिंह राजवी, गहलोत सरकार में राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह, पूर्व विधायक रणवीर सिंह भी केसरिया महापंचायत में शामिल हुए।
भाजपा-कांग्रेस के प्रमुख नेताओं ने बनाई दूरी
वहीं प्रदेश में भाजपा- कांग्रेस से जुड़े प्रमुख जनप्रतिनिधियों नेताओं ने केसरिया पंचायत से दूरी बनाए रखी। कैबिनेट मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, राज्य मंत्री भंवर सिंह भाटी, जयपुर ग्रामीण से भाजपा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़, उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ सहित कई प्रमुख राजपूत नेता भी इस कार्यक्रम में नहीं आए, जो कि चर्चा का विषय बना रहा। हालांकि सुखदेव सिंह गोगामेडी का कहना है कि यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं था हमने सब को निमंत्रण दिया था यह सब समाज का कार्यक्रम है और सर्व समाज के लोग हजारों की तादाद में इसमें शामिल हुए हैं।
सतयुग से मिलता है हमारा इतिहास
यूपी से भाजपा सांसद दुष्यंत सिंह ने केसरिया महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि राजपूत समाज का इतिहास सतयुग से शुरू होता है, हमारा इतिहास त्रेता, द्वापर और कलयुग में भी मिलता है अब हमें समय के साथ अपने आप को बदलना पड़ेगा। हमारा क्या योगदान हो सकता है हमारी आवश्यकता है कहां है, उस आवश्यकता में हम कहां फिट बैठते हैं इस पर हमें चिंतन मंथन करना होगा।
वक्ताओं ने कहा कि राजपूत समाज सभी वर्गों को साथ लेकर चलते हैं, इस तरह के आयोजनों से समाज मजबूत होता है। देश को इसकी खोई हुई भी प्रतिष्ठा कोई दिला सकता है तो वह राजपूत समाज ही है। वही उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री रघुराज सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि सभी को एकजुट होना होगा। हमारी पूर्व की गलतियों की वजह से हम 1000 साल तक गुलाम रहे लेकिन ऐसी गलती अब नहीं करनी है, बाकी पूरे देश में रामराज्य स्थापित होगा और इसकी शुरुआत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि हिंदुत्व की मजबूती के लिए 2 की बजाय चार बच्चे पैदा करने चाहिए।