'Mineral Minister is the biggest mining mafia, sack him immediately' Gehlot- Congress MLA Bharat Singh

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  • कांग्रेस MLA भरतसिंह का CM गहलोत को पत्र
  • भरतपुर की घटना पर गहलोत को खरी-खरी
  • प्रदेश का सबसे बड़ा खनन माफिया तो खनिज मंत्री : कांग्रेस MLA
  • खनन माफिया पर नियंत्रण चाहते हैं तो बर्खास्त करें : भरत सिंह

भरत सिंह ने पत्र के जरिए सीएम से कहा कि अगर साधु की ओर से अवैध खनन को रोकने के लिए जो कदम उठाया गया, वही कारगर है तो वह इंतजार करें। मतलब कांग्रेस विधायक ने अवैध खनन को रोकने के लिए आत्मदाह तक की चेतावनी इस पत्र के जरिए सरकार और सीएम अशोक गहलोत को दी है।

कोटा : कांग्रेस विधायक भरत सिंह (Congress MLA Bharat Singh) ने सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) को पत्र लिखकर सूबे के खनिज मंत्री प्रमोद जैन भाया पर निशाना साधा है।
यही नहीं उन्होंने भरतपुर की घटना पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को खरी-खरी सुनाई है। उन्होंने पत्र में लिखा, ‘प्रदेश का सबसे बड़ा खनन माफिया तो खनिज मंत्री हैं। अगर खनन माफिया पर नियंत्रण करना चाहते हैं तो तत्काल उन्हें बर्खास्त करें।’
इस पत्र के सामने आते ही फिर चर्चा शुरू हो गई कि राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। पार्टी के विधायक ब्यूरोक्रेसी से ही नहीं, मंत्रियों के रवैये से भी नाराज दिख रहे हैं। यही नहीं वो मुख्यमंत्री से भी खफा हैं।

कांग्रेस विधायक का खनन मंत्री पर निशाना
कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने सीएम को लिखे पत्र में कई गंभीर सवाल खनन मंत्री पर उठाए हैं। उन्होंने भरतपुर इलाके में अवैध खनन को रोकने के लिए 551 दिनों से आंदोलित साधु के आत्मदाह करने की घटना का भी जिक्र किया है। साधु के मामले में कांग्रेस के सांगोद विधायक भरत सिंह काफी व्यथित हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अवैध खनन पर लगाम के लिए और भरतपुर की घटना को लेकर कार्रवाई की मांग की है।

सीएम को पत्र लिखकर की कार्रवाई की मांग
भरत सिंह ने सीएम से कहा कि अगर साधु की ओर से अवैध खनन को रोकने के लिए जो कदम उठाया गया, वही कारगर है तो वह इंतजार करें। मतलब कांग्रेस विधायक ने अवैध खनन को रोकने के लिए आत्मदाह तक की चेतावनी इस पत्र के जरिए सरकार और सीएम अशोक गहलोत को दे दी। ये पत्र शुक्रवार को ही मुख्यमंत्री को भरत सिंह ने लिखा।

भरत सिंह ने अपने पत्र क्या कहा जानिए
भरत सिंह ने अपने पत्र में क्या लिखा, बताते हैं आगे। उन्होंने लिखा, ‘आपका ध्यान भरतपुर के पर्वतों में खनन के खिलाफ 551 दिन धरना दे रहे साधु और एक साधु के खुद को लगाई आग पर दिलवाना चाहता हूं। अवैध खनन का सीधा संबंध गुंडागिरी से है। यह शासन के संरक्षण के बिना संभव नहीं हो सकता है। साधु के आत्महत्या के प्रयास के बाद आपने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जिला कलक्टर और जिला प्रशासन को खनन माफिया को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। आपकी इस प्रेस कान्फ्रेंस में प्रदेश के खनिज मंत्री भी आपके साथ थे।

खनिज मंत्री प्रमोद जैन भाया पर लगाए आरोप
भरत सिंह ने आगे लिखा, हाड़ोती की एक कहावत है ‘कांख में छोरा गांव में ढिंढोरा’ प्रदेश का सबसे बड़ा खनन माफिया तो प्रदेश का खनिज मंत्री ही है। इनके द्वारा अवैध खनन का अपने गृह जिले में रिकॉर्ड कायम किया गया है। बारां जिले में छांट-छांट के भ्रष्ट अधिकारी को कलक्टर, मंडल वन अधिकारी और अन्य उच्च पदों पर मंत्री नियुक्त करते है। जंगल, जमीन, नदी, नालों पर अवैध खनन करवाकर भ्रष्टाचार मचा रखा है। बारां जिले में अवैध खनन करने के कारण कई लोग मरे हैं। सिंह ने सीएम से कहा कि ‘सोरसन और गोडावन संरक्षण पर मैं अनेक पत्र लिख चुका हूं। अवैध खनन को रोकने का एक मात्र मार्ग अगर भतरपुर के साधु वाला मार्ग ही है तो मुझे इस कारगर मार्ग पर चलकर आप तक बात पहुंचानी पड़े तो कृपया इंतजार करें।’

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