वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने के मास्टर माइंड सुरेश ढाका के जयपुर स्थित अधिगम कोचिंग सेंटर के अवैध हिस्से पर सरकार ने बुलडोजर चलाने की तैयार कर ली है. इसके तहत तकनीकी बिंदुओं की जांचकर बिल्डिंग मालिक और कोचिंग संचालक को जेडीए ने नोटिस थमा दिया गया है.
Jaipur: आरपीएससी (RPSC) की ओर से आयोजित वरिष्ठ अध्यापक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले (paper Leak Case) में राज्य सरकार अपनी साख बचाने में लगी हुई है. इस मामले में अब सरकार पेपर लीक गिरोह के सरगना सुरेश ढाका की अवैध संपतियों पर बुलडोजर (Bulldozer) चलाने की तैयारी कर रही है. जयपुर विकास प्राधिकरण प्रशासन ने इस कार्रवाई को अंजाम तक पहुंचाने के लिए प्रारंभिक कार्रवाई शुरू कर दी है. पेपर लीक मामले में शामिल आरोपी सरगना सुरेश ढाका (Suresh Dhaka) की जयपुर में संचालित अधिगम कोचिंग सेंटर पर जेडीए एक्शन लेने की तैयारी में है.
पेपर लीक प्रकरण में सरकार की बिगड़ती साख को बचाने के लिए सरकार अब आरोपियों के खिलाफ सख्त एक्शन लेगी. पेपर लीक मामले के मास्टर माइंड सुरेश ढाका के अधिगम कोचिंग को जेडीए ने शुक्रवार को धारा- 32 और 72 के तहत नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. इसमें जेडीए ने बिल्डिंग मालिक को 3 दिन में अवैध निर्माण को हटाने और नोटिस का जवाब देने का समय दिया है. नोटिस का जवाब नहीं देने और अवैध निर्माण को नहीं हटाने पर जेडीए इस बिल्डिंग के अवैध हिस्से को ध्वस्त करेगा.
कोचिंग की बिल्डिंग 2 आवासीय प्लॉट को मिलाकर बनाई गई है
जयपुर विकास प्राधिकण के मुख्य नियंत्रक प्रवर्तन अधिकारी रधुवीर सैनी ने बताया कि कोचिंग की बिल्डिंग 2 आवासीय प्लॉट को मिलाकर बनाई गई है. इस कार्नर प्लाट पर कोचिंग सेंटर की बिल्डिंग बनी हुई है. उसमें सरकारी जमीन भी दबाई गई है. वर्तमान में इस बिल्डिंग में अधिगम कोचिंग के नाम से कोचिंग क्लासेज का संचालन किया जा रहा है. गुर्जर की थड़ी में सुख विहार स्थित इस कोचिंग इंस्टीट्यूट की बिल्डिंग का मौका मुआयना कर रिपोर्ट तैयार करने के बाद बिल्डिंग के मालिक और कोचिंग संचालक को नोटिस जारी किया गया है.
तकनीकी बिंदुओं की जांच के बाद जारी किया नोटिस
सैनी ने बताया कि जेडीए की ओर से संबंधित तकनीकी बिंदुओं की जांच करने के बाद अवैध बिल्डिंग पर कार्रवाई को लेकर नोटिस जारी किया गया है. इसमें बिल्डिंग बायलॉज के मुताबिक बनी है या नहीं? बिल्डिंग में सैटबेक छोड़ा है या नहीं. बिल्डिंग जिस जमीन पर बनी है उसका टाइटल क्या है यानी वह जमीन कॉमर्शियल उपयोग की है या आवासीय उपयोग की. इनके अलावा अन्य बिन्दुओं पर जांच के बाद रिपोर्ट तैयार की गई है.