भारतीय पुरुष फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल इतिहास में संयुक्त पांचवें सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। सुनील छेत्री ने मंगलवार 14 जून 2022 को हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ एएफसी एशियाई कप क्वालिफायर मुकाबले में यह उपलब्धि हासिल की। उन्होंने उस मैच में अपना 84वां गोल किया। इसके साथ ही उन्होंने रियल मैड्रिड दिग्गज और हंगरी के फुटबॉलर फेरेंक पुस्कास के अंतरराष्ट्रीय गोलों की बराबरी की। सुनील छेत्री अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गोल करने के मामले में फुटबॉल के जादूगर के नाम से मशहूर पेले को पहले ही छोड़ चुके हैं।
सुनील छेत्री ने इससे पहले अक्टूबर 2021 में दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी पेले के 77 गोल के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया था। अब वह एक्टिव फुटबॉलर्स में सिर्फ पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो और अर्जेंटीना के लियोनेल मेसी से पीछे हैं। वह अंतरराष्ट्रीय गोल करने वालों एक्टिव फुटबॉलर्स की सूची में रोनाल्डो और मेसी के बाद तीसरे नंबर पर हैं।
लियोनेल मेसी ने अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में 86 गोल किए हैं। रोनाल्डो के अंतरराष्ट्रीय गोलों की संख्या 117 है। अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में सबसे ज्यादा गोल करने वालों में क्रिस्टियानो रोनाल्डो शीर्ष पर हैं। लियोनेल मेसी चौथे स्थान पर हैं। सुनील छेत्री यदि 6 गोल और कर लेते हैं तो वह लियोनेल मेसी को पीछे छोड़ते हुए दूसरे नंबर पर पहुंच जाएंगे। वर्तमान में ईरान के अली देई 109 गोल के साथ दूसरे और मलेशिया के मुख्तार दाहरी तीसरे नंबर पर हैं। मुख्तार दाहरी ने अपने करियर में 89 अंतरराष्ट्रीय गोल किए थे।
उम्मीद है कि सुनील छेत्री जल्द ही लियोनेल मेसी को पीछे छोड़ दूसरे नंबर पर पहुंच जाएंगे। भारत के दिग्गज खिलाड़ी रहे आईएम विजयन का मानना है कि अनुभवी स्ट्राइकर सुनील छेत्री के पास अब भी भारतीय फुटबॉल में काफी योगदान करने की क्षमता है।
कोलकाता में 14 जून 2022 की रात एएफसी एशियाई कप क्वालिफायर 2023 के अपने अंतिम मुकाबले में हॉन्गकॉन्ग को 4-0 से रौंद दिया। भारत इस मुकाबले से पहले ही एएफसी एशियाई कप 2023 के लिए क्वालिफाई कर चुका था। हॉन्गकॉन्ग के खिलाफ मैच में भारत की ओर से अनवर अली, सुनील छेत्री, मानवीर सिंह और इशान पंडिता ने गोल दागे।
भारत ने एएफसी एशियाई कप क्वालिफायर में ग्रुप डी में अपने अभियान की शुरुआत कंबोडिया पर 2-0 से जीत के साथ की थी। उस मैच में दोनों गोल सुनील छेत्री ने दागे थे। भारतीय कप्तान ने दूसरे मैच में अफगानिस्तान के खिलाफ भी एक गोल कर टीम की जीत की नींव रखी थी। विजयन का मानना है कि 37 साल की उम्र के बावजूद सुनी छेत्री भारतीय फुटबॉल में अभी काफी योगदान कर सकते है।