हॉलीवुड इंडस्ट्री पर ताला लगा है। वजह है राइटर्स के बाद एक्टर्स का हड़ताल में शामिल होने का फैसला। इसमें सुपरस्टार सिलियन मर्फी एमिली ब्लंट फ्लोरेंस पुघ और तीन बार की ऑस्कर विजेता मेरिल स्ट्रीप भी शामिल हैं। हड़ताल का प्रभाव यह है कि कई प्रोडक्शन हाउस बंद होने की कगार पर हैं।
New Delhi: हॉलीवुड इंडस्ट्री पर संकट के बादल छाए हैं। कारण है इंडस्ट्री के बड़े और मशहूर एक्टर्स का हड़ताल की घोषणा करना। उन्होंने राइटर्स के बाद इस हड़ताल में शामिल होने का फैसला किया है। इसमें सुपरस्टार सिलियन मर्फी, एमिली ब्लंट, फ्लोरेंस पुघ और तीन बार की ऑस्कर विजेता मेरिल स्ट्रीप भी शामिल हैं। हॉलीवुड की इस हड़ताल का बड़ा प्रभाव होने वाला है, कई प्रोडक्शन हाउस बंद होने की कगार पर हैं। आखिर ये हड़ताल क्यों की जा रही है और इसके क्या मायने हैं, आइए जानें…
लाखों एक्टर्स और राइटर हड़ताल पर
हॉलीवुड के लेखक और अभिनेता एक ही समय पर 63 सालों के बाद पहली बार हड़ताल पर हैं। स्क्रीन एक्टर्स गिल्ड, जो लगभग 160,000 कलाकारों का प्रतिनिधित्व करता है, उसने शुक्रवार को इसमें शामिल होने की घोषणा की। मनोरंजन उद्योग के बढ़ते श्रमिक संघर्ष के कारण पहले से ही बेरोजगार हजारों फिल्म और टीवी कर्मचारियों के लिए यह एक बड़ी आपदा है। जबकि, राइटर्स गिल्ड ऑफ अमेरिका 2 मई से हड़ताल पर है और कई प्रमुख टीवी कार्यक्रमों को बंद करना पड़ा है। जेन फोंडा, सुज़ैन सरंडन, रॉब लोव और मार्क रफालो उन लोकप्रिय सितारों में से हैं, जो पहले ही लेखकों के समर्थन में धरना दे चुके हैं।
हॉलीवुड हड़ताल पर क्यों है?
दरअसल, इंडस्ट्री के लोग स्ट्रीमिंग टीवी युग में बेस पे और दूसरे वेतन मान को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. दूसरी मांग उनकी उस आश्वासन को लेकर है जो वो एआई के आने के बाद चाहते हैं। उनकी मांग है कि उन्हें आश्वस्त किया जाए कि इससे उनकी नौकरी को खतरा नहीं होगा. तीसरी मांग उनकी डिजिटल नकल को लेकर है। दरअसल, स्टूडियोज बैकग्राउंड परफॉर्मर्स को पूरे कार्यक्रम का फिल्म के लिए हायर नहीं करना चाहते। वे एक बार पैसे देकर पूरे प्रोजेक्ट के लिए राइट्स लेकर उनका रिप्लिका उपयोग करना चाहते हैं, जिसके खिलाफ सब एकजुट हुए हैं।
1960 में भी हुई थी ऐसी हड़ताल
आखिरी बार लेखक और अभिनेता 1960 में एक साथ हड़ताल पर आए थे। लॉस एंजिल्स टाइम्स के अनुसार, दोनों टीवी पर प्रसारित होने वाली फिल्मों से राजस्व के लिए लड़ रहे थे।
हड़ताल का क्या है असर?
इस हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। इसमें भाग लेने वाले न केवल काम से दूरी बना रहे हैं, बल्कि वे फिल्म फेस्टिवल, प्रमोशन, स्क्रीनिंग और अवार्ड शो जैसे कार्यक्रमों का भी बहिष्कार कर रहे हैं। कई टीवी कार्यक्रमों के नए ऐपिसोड्स लाइव होने के लिए अटक गए हैं। इसके कारण टीवी चैनल पुराने ऐपिसोड दिखाने को मजबूर हैं। डिज्नी पर भी इसका असर पड़ा है। उसने अपनी कई फिल्मों की रिलीज डेट आगे बढ़ा दी है। अवतार-3 और स्टार वार्स सीरीज की दो फिल्मों की तारीख भी दो साल आगे बढ़ा दी गई है।
किसके खिलाफ है हड़ताल?
यह हड़ताल मुख्य रूप से एलायंस ऑफ मोशन पिक्चर एंड टेलीविज़न प्रोड्यूसर्स के खिलाफ है, जो कई बड़े शॉट स्टूडियो और प्रोडक्शन कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता है।
प्रोड्यूसर्स का क्या कहना है?
प्रोडक्शन स्टूडियोज के संगठन का कहना है कि उन्होंने कहा कि हमले वेतन बढ़ाने, डिजिटल नकल को रेगुलेट करने के साथ कई ऑफर दिए हैं, लेकिन एक्टर्स यूनियन मानने को तैयार नहीं है। उनका कहना है कि पिछले कुछ सालों से लोग थिएटर में न जाकर घर में स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म्स पर समय बिता रहे हैं। इसके चलते उन्हें घाटा हो रहा है।