यूएस सेंट्रल कमांड (सेंटकॉम) ने पूर्वी सीरिया में ड्रोन हमले में इस्लामिक स्टेट (आईएस) के एक नेता उसामा अल-मुहाजिर को सात जुलाई को मार गिराया है। मिली जानकारी के मुताबिक कमांडर ने कहा कि यह हमला एमक्यू-9 रीपर ड्रोन द्वारा किया गया था। कमांडर का कहना है कि आईएस केवल एक क्षेत्र के लिए नहीं बल्कि एक बड़े स्तर पर खतरा बनकर उभरा है।
New Delhi: यूएस सेंट्रल कमांड (सेंटकॉम) ने घोषणा की कि अमेरिकी सेना ने पूर्वी सीरिया में ड्रोन हमले में इस्लामिक स्टेट (आईएस) के एक नेता को मार गिराया है। रविवार को एक बयान में सेंटकॉम कमांडर जनरल माइकल कुरिल्ला ने कहा कि 7 जुलाई को किए गए हमले में आईएस नेता उसामा अल-मुहाजिर मारा गया।
आईएस नेता उसामा अल-मुहाजिर की मौत
कमांडर ने कहा कि यह हमला एमक्यू-9 रीपर ड्रोन द्वारा किया गया था। जनरल कुरिल्ला के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, “हमने यह स्पष्ट कर दिया है कि हम पूरे क्षेत्र में आईएस की हार के लिए प्रतिबद्ध हैं।” आईएस केवल एक क्षेत्र के लिए नहीं बल्कि एक बड़े स्तर पर खतरा बनकर उभरा है। गौरतलब है कि 7 जुलाई को किए गए हमले में आईएस नेता उसामा अल-मुहाजिर मारा गया
नहीं हुई कोई जनहानि
साथ ही, सेंटकॉम की ओर से इस बात का पुष्टि की गई है कि इस हमले में कोई नागरिक नहीं मारा गया, लेकिन किसी के घायल होने की रिपोर्ट पर संक्षिप्त विवरण नहीं दिया गया है। सीरिया में आईएस विरोधी अभियानों में भाग लेने वाले अमेरिकी ड्रोनों को पिछले सप्ताह रूसी विमानों द्वारा तीन बार परेशान किया गया था। वर्तमान में वहीं ड्रोन युद्धग्रस्त राष्ट्र में हैं।
दो घंटे चली रूसी लड़ाकू विमानों और अमेरिकी ड्रोन के बीच की जंग
यूएस एयर फोर्सेज सेंट्रल के एक बयान के हवाले से विदेशी मीडिया ने बताया कि रूसी लड़ाकू विमानों और अमेरिकी ड्रोन के बीच 7 जुलाई की घटना लगभग दो घंटे तक चली। यूएस एयर फोर्स सेंट्रल के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एलेक्स ग्रिनकेविच ने कहा कि रूसी विमान ने 18 गैर-पेशेवर नजदीकी उड़ानें भरी, जिसके कारण एमक्यू-9 को असुरक्षित स्थितियों से बचने के लिए कार्रवाई करनी पड़ी।”