आर्थिक मंदी की मार झेल रहे पकिस्तान को मुस्लिम देशों से भी मदद नहीं मिल रही है। पाकिस्तानी हुक्मरान सऊदी अरब, तुर्किये और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) जैसे इस्लामिक देशों के साथ मुस्लिम भाईचारे की बातें करके मेलजोल बढ़ाने की कोशिश में तो लगे हुए हैं
New Delhi: आर्थिक मंदी की मार झेल रहे पकिस्तान को मुस्लिम देशों से भी मदद नहीं मिल रही है। पाकिस्तानी हुक्मरान सऊदी अरब, तुर्किये और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) जैसे इस्लामिक देशों के साथ मुस्लिम भाईचारे की बातें करके मेलजोल बढ़ाने की कोशिश में तो लगे हुए हैं लेकिन फिर भी कोई उनकी तरफ मदद के हाथ नहीं बढ़ा रहा। सऊदी अरब की एविएशन एजेंसी जनरल अथॉरिटी ऑफ सिविल एविएशन (GACA) ने भी पाकिस्तान को बड़ा झटका दिया है।
GACA ने पाकिस्तान की सरकारी एयलाइन्स कंपनी पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइन (PIA) को 4 करोड़ 80 लाख डॉलर का बकाया पेमेंट करने का नोटिस थामा है। अगर पाकिस्तान इस रकम का भुगतान नहीं करेगा तो उसके नागरिक हज यात्रा पर नहीं जा सकेंगे। पाकिस्तान में शहबाज शरीफ सरकार के लिए 30 जून (शुक्रवार) बेहद अहम तारीख साबित होने वाली है। दरअसल, 30 जून को इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) का प्रोग्राम खत्म हो रहा है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज एक हफ्ते में चार बार IMF चीफ से मिल चुके हैं लेकिन अब तक नए प्रोग्राम पर डील नहीं हो सकी।
हज जाने वालों की बढ़ सकती है मुश्किलें
पाकिस्तानी मीडिया में आई खबरों के मुताबिक पाकिस्तान से करीब 50 हजार हज यात्री सऊदी अरब के मक्का और मदीना जाने वाले हैं। अगर शहबाज सरकार सऊदी अरब को 4.8 करोड़ डॉलर बकाया नहीं चुकाती या इस मामले पर कोई समझौता नहीं होता तो इन यात्रियों की परेशानी बढ़ जाएगी क्योंकि पाकिस्तान से आने वाली तमाम कमर्शियल फ्लाइट्स को सस्पेंड कर दिया जाएगा।