नीली चिड़िया की जगह जिस डोगे ने ली है वो एक इंटरनेट मीम है। यह पहली बार साल 2013 में पॉपुलर हुआ। इस डॉग को कोबुसा कहते हैं यह एक जापानी डॉग शीबा इनु है। कोबासु पर साल 2010 की तस्वीर पर आधारित मीम बना था
New Delhi: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर का लोगो बदल चुका (twitter new logo) है। यूजर्स को अब नीली चिड़िया की जगह डॉगी दिख रहा है। ट्विटर पर एलन मस्क के अधिग्रहण के बाद प्लेटफॉर्म में कई बदलाव किए जा रहे हैं। दरअसल, ‘डोगे’ (Doge), डॉगकोइन ब्लॉकचैन और क्रिप्टकरेंसी के लोगो का हिस्सा है।
ट्विटर के कई यूजर्स और आम लोगों को शायद यह मालूम न हो कि Doge का इतिहास क्या है। आखिर कब इस लोगो का पहली बार देखी गई। आइए ऐसे ही इस लोगो से जुड़े कुछ मजेदार बातों को जानें।
मीम के रूप में पॉपुलर हुआ था कोबुसा
बता दें कि नीली चिड़िया की जगह जिस डोगे ने ली है, वो एक इंटरनेट मीम है। यह पहली बार साल 2013 में पॉपुलर हुआ। इस डॉग को कोबुसा कहते हैं, यह एक जापानी डॉग शीबा इनु है। कोबासु पर साल 2010 की तस्वीर पर आधारित मीम बना था।
यह मीम साल 2013 में Know Your Meme के नाम से पॉपुलर हुई थी। इसी साल यह डॉग मीम इतना प्रसिद्ध हुआ कि इसे क्रिप्टोकरेंसी पर जगह मिल गई, जिसे डॉगकाइन नाम दिया गया। साल 2010 में कई मीडिया संस्थानों ने इसे उस साल का सबसे बेस्ट मीम करार दिया।
डॉग कोबासु की कहानी
बता दें कि तस्वीर में दिखने वाला ऑरिजनल डॉग कोबासु का जन्म साल 2005 के नवंबर महीने में हुआ। डॉग को साल 2008 में एक जापानी स्कूल टीचर अतसुकू सातो अपने घर लेते आए। डॉग के राउड आकार के चेहरे को देखते हुए शिक्षक ने उसका नाम नींबू फल के नाम पर कोबासु रख दिया है।
13 फरवरी 2010 को काबोसु की मालकिन ने अपने पर्सनल ब्लॉग पर काबोसु के साथ अपनी कुछ फोटो अपलोड की। इन कई तस्वीरों में से एक फोटो में कोबोसु की एक सोलो तस्वीर भी थी। वो अपनी दोनों भौहें उठाए तिरछी निगाहें से कैमरे को देख रही थी
मस्क ने सुनी एक यूजर की फरियाद
बता दें कि ट्विटर के सीईओ ने 26 मार्च, 2022 के स्क्रीनशॉट को भी साझा किया, उनके और गुमनाम खाते के बीच की बातचीत जहां बाद वाला पक्षी लोगो को “डोगे” में बदलने के लिए कह रहा था। इस पोस्ट को ट्विटर पर शेयर करते हुए मस्क ने लिखा, “वादे के मुताबिक।”