पीएम मोदी ने नए संसद भवन को राष्ट्र के नाम समर्पित किया. नए संसद भवन का उद्घाटन वैदिक विधि विधान और सर्व धर्म प्रार्थना के साथ किया गया.
New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन को देश को समर्पित किया. नए भवन का उद्घाटन वैदिक विधि विधान और सर्व धर्म प्रार्थना के साथ किया गया. पीएम ने यहां ‘सेंगोल’ को भी स्थापित किया. इस दौरान पीएम के साथ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला भी मौजूद थे. हालांकि कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी सहित कुछ विपक्षी दलों ने उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया. वहीं बीजेपी के साथ ही बीजू जनता दल, तेलुगुदेशम, बसपा और वाईएसआरसीपी जैसी पार्टियों ने इस समारोह का समर्थन किया.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संदेश को पढ़ते हुए राज्यसभा के उपसभापति ने कहा कि संसद के नए भवन के उद्घाटन का ये अवसर भारतीय इतिहास में स्वर्णाक्षरों में दर्ज़ रहेगा. नए संसद भवन का उद्घाटन हमारी विविधता को भारतभूमि के सबसे उत्तरी छोर से दक्षिणी बिन्दु तक, पूर्वी सीमा से पश्चिमी तटरेखा तक रहने वाले सभी देशवासियों के लिए गौरव और अतुलनीय आनंद का अवसर है.
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के संदेश को पढ़ते हुए राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र की अभूतपूर्वक विकास यात्रा की इस महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घड़ी और गौरव क्षण में मुझे पूरे देश को बधाई देते हुए बहुत खुशी है. मुझे यकीन है कि इस अमृत काल में बना नया संसद भवन आगे भी हमारे विकास का साक्षी रहेगा.
उपसभापति हरिवंश ने कहा कि आने वाले वर्षों में परिसीमन के कारण सदस्यों की संख्या में बढ़ोतरी की संभावना एवं संसद की बढ़ती हुई ज़िम्मेदारियों को देखते हुए वर्तमान संसद भवन में स्थान का अभाव महसूस किया जा रहा था. संसद के दोनों सदनों के सदस्यों ने प्रधानमंत्री से एक नए भवन के निर्माण का आग्रह किया था.
नई संसद में राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने कहा कि हमारा वर्तमान संसद भवन देश की लोकतांत्रिक गतिविधियों का जीवंत केंद्र रहा है. हमारी प्रगति का मार्गदर्शक रहा है. यह भवन भारत की स्वतंत्रता प्राप्ति तथा संविधान निर्माण से लेकर हमारी गौरवशाली लोकतांत्रिक यात्रा के दौरान अनेक ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि जैसे ही भारत की संसद के नए भवन का उद्घाटन हुआ है, हमारे दिल और दिमाग गर्व और आशा से भर गए हैं. यह प्रतिष्ठित इमारत सशक्तिकरण, सपनों को जगाने और उन्हें हकीकत में बदलने का उद्गम स्थल बने. यह हमारे महान राष्ट्र को प्रगति की नई ऊंचाइयों तक ले जाए.
नए संसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर सर्व-धर्म प्रार्थना में हिस्सा लेने वाली जसबीर कौर ने कहा कि ये नया भवन एक परिवर्तन है और हमारे लिए एक ऐतिहासिक पल है. हम सभी धर्म के लोग सर्व-धर्म प्रार्थना में एक ही चीज कहते हैं कि हमारा भारत एक साथ मिलकर रहे और तरक्की करे.