आरएलपी के सुप्रीमो और नागौर सांसद हैं बेनीवाल, हनुमान बेनीवाल ने भीलवाड़ा के सहाड़ा में किया ऐलान, बेनीवाल ने वसुंधरा राजे और अशोक गहलोत पर लगाए गंभीर आरोप
Jaipur: राजस्थान में वर्ष 2023 के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी कमर कस ली है. प्रमुख राजनीतिक दल बीजेपी और कांग्रेस के अलावा राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने भी चुनावी तैयारियां तेज कर दी है. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो एवं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने ऐलान किया है कि आरएलपी इस बार सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी. आरएलपी बीजेपी और कांग्रेस दोनों को सबक सिखाएगी. उन्होंने कहा सत्ता में आने का सपना देख रही बीजेपी भी इस बार वेंटिलेटर पर रहेगी.
हनुमान बेनीवाल रविवार को भीलवाड़ा जिले के दौरे पर रहे. इस दौरान सांसद बेनीवाल का जयपुर से भीलवाड़ा जाते समय जयपुर ग्रामीण, अजमेर और भीलवाड़ा जिले में विभिन्न जगह पर स्वागत हुआ. बेनीवाल ने पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ संगठनात्मक चर्चा की और कई विषयों पर संवाद किया. भीलवाड़ा प्रवास के दौरान सांसद हनुमान बेनीवाल ने सहाड़ा विधानसभा क्षेत्र के गणेशपुरा में जन सभा को संबोधित किया. उन्होंने 2023 के विधानसभा चुनाव में आरएलपी की योजना को लेकर अपनी बात रखते हुए कहा की इस बार सभी सीटों पर आरएलपी चुनाव लड़ेगी.
बेनीवाल का दावा आरएलपी ही राजस्थान की तीसरी बड़ी ताकत है
बेनीवाल ने कहा कि सरदारशहर विधानसभा के उप चुनाव के परिणाम ने फिर से यह बता दिया कि आरएलपी ही राजस्थान की तीसरी सबसे बड़ी ताकत है. हनुमान बेनीवाल ने इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर जुबानी हमला बोला. उन्होंने कहा गुर्जर आरक्षण आंदोलन में 72 गुर्जरों को गोलियों से भून दिया गया. पानी के आंदोलित किसानों पर रावला और घड़साना में गोलियां चलाई गई.
राजे और गहलोत पर लगाए गंभीर आरोप
बेनीवाल ने राजे पर आरोप लगाया कि उन्होंने कई जातियों को आपस में लड़वाया. वहीं मौजूदा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने उस लड़ाई को समाप्त करवाने के स्थान पर उस पर मुहर लगाई. राजस्थान में लगातार हो रहे पेपर लीक को लेकर बेनीवाल ने गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार में बैठे लोगों की शह के बिना पेपर लीक असंभव है. बेनीवाल ने कहा कि सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई नहीं करेगी.