राजस्थान विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर सभी सियासी जमातें एक्टिव मोड में हैं.इसी कड़ी में अखबार ‘दैनिक भास्कर’ ने चुनाव को लेकर एक सर्वे किया है.पढ़ें क्या कहते हैं इसके नतीजे.
Jaipur: राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर एक बड़ा सर्वेक्षण हुआ है. इसमें राजस्थान की सभी 200 सीटों के लोगों से सवाल-जवाब किए गए.यह सर्वे हिंदी अखबार ‘दैनिक भास्कर’ ने किया है. इस सर्वे में कुछ चौकाने वाले नतीजे सामने आए हैं. इसके मुताबिक प्राइवेट नौकरी करने वाले 52 फीसदी लोगों और सरकारी नौकरी करने वाले 48 फीसदी लोगों ने कहा है कि वो इस बार के चुनाव में किसी नए प्रत्याशी को वोट करेंगे.
क्या कहते हैं सर्वे के नतीजे
सर्वे में शामिल 55 फीसदी बेरोजगारों, 53 फीसदी प्रोफेशनल्स, 52 फीसदी प्राइवेट नौकरी वालों, 51 फीसदी व्यापारियों और 48 फीसदी सरकारी नौकरी वालों ने कहा कि वो इस बार के चुनाव में नए प्रत्याशी को चनुना पसंद करेंगे. इसका एक अर्थ यह भी निकाला जा सकता है कि ये लोग अपने वर्तमान विधायक के काम से संतुष्ट नहीं हैं.
सर्वे के इस नतीजे को राजस्थान की प्रमुख पार्टियों कांग्रेस और बीजेपी के लिए खतरे की घंटी के रूप में देखा जा रहा है. राजस्थान के आधे से अधिक मतदाता अपने विधाकय के कामकाज से खुश नहीं हैं. इसलिए वो इस बार के चुनाव में किसी नए प्रत्याशी को वोट देने की बात कर रहे हैं. इसे देखते हुए राजनीतिक दल अपने विधायकों के टिकट काट सकते हैं.
जीत-हार की संभावना पर क्या कहा था सीएम अशोक गहलोत ने
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पिछले दिनों जयपुर में युवा कांग्रेस के एक कार्यक्रम में गए थे. वहां उन्होंने एक बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि हमारे कुछ एमएलए खुद ही कहते हैं कि मैं नहीं जीत पा रहा हूं. हम उनको पूछेंगे कि आप किसे मौका देना चाहते हो. चुनाव में जीतना है तो केवल जीतने वाले उम्मीदवार को टिकट देना चाहिए तब हम जीतेंगे.