Jaipur: सचिन पायलट के सबसे करीबी विधायक वेदप्रकाश सोलंकी के खिलाफ राजस्थान पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। साथ ही गहलोत सरकार ने मामले की जांच सीआईडी-सीबी को सौंप दी है। जयपुर के खातीपुरा की एक महिला से झांसा देकर जमीन हड़पने और रजिस्ट्री करवाकर भुगतान नहीं करने के मामले में धोखाधड़ी का केस पुलिस ने दर्ज कर लिया है। विधायक ने इसे राजनीतिक साजिश बताते हुए कहा है कि सचिन पायलट के करीबी विधायकों को फंसाया जा रहा है।
पीड़ित महिला खातीपुरा जयपुर निवासी कौशल्या देवी वर्मा ने कांग्रेस विधायक वेद प्रकाश सोलंकी के खिलाफ जयपुर के बजाज नगर पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। पीड़िता ने शिकायत में कहा है कि चाकसू के गांव भुरटिया कलां में उसकी 11 बीघा जमीन, पुरानी खाता संख्या 2 और 3, नई खाता संख्या 2 के तहत यह 4.56 हेक्टेयर जमीन है। 4 जुलाई 2013 में उस जमीन का मीणावाला गृह निर्माण सहकारी समिति लिमिटेड के व्यवस्थापक निवारू रोड निवासी जितेश अग्रवाल के साथ उन्होंने सौदा किया था।
कौशल्या का आरोप है कि जमीन की समिति के पक्ष में रजिस्ट्री करवाने के बहाने उन्हें और उनके पति रमेश चंद को वेद प्रकाश सोलंकी के गांधी नगर स्थित सरकारी आवास पर बुलाया गया। इस दौरान धोखे से जमीन की रजिस्ट्री विधायक के नाम से करवा ली और इसके बदले उन्हें कोई भुगतान नहीं किया गया। रजिस्ट्री के दौरान 30 लाख रुपए का चेक केवल दिखाया गया, लेकिन दिया नहीं गया। इस पर बजाज नगर थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।
सीआईडी सीबी को सौंपी मामले की जांच
जयपुर पुलिस कमिश्नरेट के तहत आने वाले बजाज नगर थाना प्रभारी एसएचओ देवेन्द्र सिंह ने बताया कि चाकसू से कांग्रेस विधायक वेद प्रकाश सोलंकी के खिलाफ कौशल्या देवी द्वारा धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया है। दर्ज शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 406 और 120 (बी) के तहत मामला दर्ज किया गया है। चूंकि सोलंकी वर्तमान में विधायक हैं। ऐसे में आगे की जांच के लिए नियमों के अनुसार फाइल सीआईडी (सीबी) को भेज दी गई है।
विधानसभा चुनाव से पहले अचानक शिकायत की टाइमिंग पर सवाल
सोमवार को जयपुर के भांकरोटा इलाके में हुई सचिन पायलट की जनसभा में वेदप्रकाश सोलंकी ने सीएम गहलोत के खिलाफ बोला था। जिसके बाद यह शिकायत आई और मामला दर्ज हुआ है। इसलिए पायलट खेमे के नेता और खुद विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने एफआईआर और खुद पर लगे आरोपों को गलत और झूठा बताया है। उन्होंने कहा रजिस्ट्री एक महीने पहले हो चुकी है और उसका भुगतान भई चेक और कैश से कर दिया गया था।
विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने कहा कि महिला के बैंक खाता ही नहीं है, तो चेक कैसे क्लीयर होगा। यह मामला राजनीति से प्रेरित है। विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने कहा- यह केस सरकार और कुछ अफसरों की मिलीभगत का परिणाम है। शिकायत करने वाली महिला को मोहरा बनाया गया है, उसके पीछे खिलाड़ी हैं। हमने जमीन के लिए पूरे पैसे दिए हैं। सच्चाई कुछ और है लेकिन कुछ और दिखाया जा रहा है, जो सही नहीं है।
सोलंकी ने कहा- मैं कांग्रेस पार्टी का विधायक हूं। फिर भी ऐसा व्यवहार पुलिस और सरकार मेरे साथ कर रही है। वेदप्रकाश सोलंकी ने कहा मेरे क्षेत्र चाकसू में विकास का खूब काम हो रहा है। 4 साल पहले हमने जो प्रकरण दर्ज कराया था उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जबकि यह झूठा मामला हमारे ही ऊपर दर्ज करवा दिया गया है। वेदप्रकाश सोलंकी ने सचिन पायलटकी तारीफ करते हुए कहा पायलट करिश्माई नेता हैं। वो जहां जाते हैं वहां पर हजारों की भीड़ अपने आप आ जाती है। किसी पद पर बिना रहे भी उनके यहां सुबह-शाम भीड़ लगी रहती है। पायलट के चेहरे पर ही हमने पिछला विधानसभा चुनाव जीता था, फिर से पायलट के चेहरे पर चुनाव में उतरेंगे। क्योंकि जनता पायलट के साथ खड़ी है। हम तन-मन-धन से सचिन पायलट के साथ हैं।
पायलट समर्थक विधायकों से अच्छा व्यवहार नहीं कर रही सरकार
विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने कहा कि सचिन पायलट अगर जनता से यह बोल देते कि जनसभा में 1 लाख नहीं 5 लाख लोगों को आना है, तो 5 लाख लोग भी आते। वो एक आवाज लगा देते हैं, तो भीड़ उमड़ पड़ती है। हमारी तैयारी पूरी है। हम लोग अब आंदोलन में जाएंगे। जनता इस बार कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती है। हम सचिन पायलट के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। लेकिन राज्य सरकार पायलट समर्थक विधायकों से अच्छा व्यवहार नहीं कर रही है। जनता सब देख और समझ रही है।