जिस भूमि पर नेवले का वास हो वह भूमि मकान बनाकर रहने वालों के लिए श्रेष्ठ कही जाती है। ऐसी भूमि पर बने मकान में जो रहेगा उसको संपत्ति और प्रतिष्ठा अवश्य प्राप्त होती है। ऐसी भूमि भूत प्रेत की शक्तियों से रहित होती है।
Jaipur: अगर आप अपना मकान बनाने के लिए ज़मीन खरीदने की सोच रहे है तो वास्तु के एक नियम के अनुसार शुभ अशुभ का निर्णय कर सकते है। वास्तु में किसी भूमि पर निवास करने वाले जीव जंतुओं के माध्यम से भी भूमि परीक्षण किया जाता है।
- जिस भूमि पर नेवले का वास हो वह भूमि मकान बनाकर रहने वालों के लिए श्रेष्ठ कही जाती है। ऐसी भूमि पर बने मकान में जो रहेगा उसको संपत्ति और प्रतिष्ठा अवश्य प्राप्त होती है। ऐसी भूमि भूत प्रेत की शक्तियों से रहित होती है. इसका कारण नेवला है जो सूर्य का प्रतीक है। सूर्य से राहु की दुश्मनी है। नेवला और सांप भी एक दूसरे के शत्रु हैं। अगर नेवला सूर्य है तो सर्प राहु इसी कारण उस जमीन पर मकान बना कर रहना हर प्रकार से शुभ फलदाई होता है।
- एक ऐसी भूमि जिस पर घोड़े का अस्तबल हो वह भूमि भी मकान में रहने वालों के लिए शुभ फलदाई कहीं जाती है। ऐसी भूमि पर अगर आप मकान बनाकर रहते हैं तो आपको स्वास्थ्य की हानि नहीं होती। आपको आरोग्य प्राप्त होता है और धनसंपदा की प्राप्ति होती है। हृदय रोग से भी आपको छुटकारा मिलता है क्योंकि घोड़े को सूर्य का प्रतीक माना गया है। मेष राशि सिंह राशि और धनु राशि वालों लोगों के लिए ऐसी भूमि विशेष फलदाई होती है।
- लाल रंग की गाय सूर्य का प्रतीक है। पीले रंग की गाय बृहस्पति का प्रतीक है हिंदू धर्म के अनुसार जिस जमीन पर गौशाला होती है वह जमीन मकान बनाने के लिए बहुत अच्छी कही जाती है हालांकि गाय जहां पर चरती है यानी कि गायों के चारागाह के स्थान पर मकान नहीं बनाना चाहिए यह महापाप है ऐसा व्यक्ति जीवन भर दुखी रहता है।
- जिस भूमि पर मधुमक्खी रहती है वहां रहने वाले मकान मालिक को धन का लाभ प्राप्त होता है। शहद बृहस्पति का प्रतीक है और बृहस्पति धन का कारक है इसलिए ऐसी जमीन भी काफी शुभ फलदाई मानी जाती है।
- जिस भूमि पर कुत्ते सियार सूअर जैसे अपवित्र और गंदे जानवर नियमित रूप से बैठते हो वह जमीन अपवित्र मानी जाती है। ऐसे मकान पर जमीन बनाकर रहना लाभप्रद नहीं रहता है। साथ ही जिस भूमि पर सांप और बिच्छू रहते हो ऐसी जमीन भी योग्य नहीं मानी जाती है।
- इसके अलावा अगर खुदाई करने के बाद आपको सर्प बिच्छू प्राप्त होते हैं वह भी जमीन शुभ नहीं होती है क्योंकि बिच्छू और सांप राहु के प्रतीकात्मक हैं वह जमीन राहु प्रधान हो जाती है और वहां पर जो निवास करता है उसे नाना प्रकार के कष्टों का सामना करना पड़ता है। घर के सदस्यों की अकाल मृत्यु का योग भी बन जाता है। इसके अलावा जुआ सट्टा लॉटरी में नुकसान की संभावनाएं बनती है।
- ऐसा भी माना जाता है कि जिस भूमि में खोदने पर कोयला निकले, लोहा निकले, शीशा निकले, यानी की काली धातुएं निकले वह भूमि आसुरी भूमि कहलाती है। ऐसी भूमि पर मकान बनाकर रहना अशुभ होता है।