World Health Day Special: बेहतर मानसिक स्वास्थ्य के साथ गंभीर असाध्य रोग-बीमारियों से मुक्ति भी दिलाते हैं शास्त्रों में बताए ये मंत्र

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हिंदू धर्म ग्रंथों में मंत्रों के जाप का बहुत महत्व होता है. मंत्रों में इतनी शक्ति होती है कि इसके नियमित जाप से गंभीर से गंभीर रोग-बीमारियों से भी निजात पाया जा सकता है.

Jaipur: हर साल 07 अप्रैल के दिन को विश्व स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का उद्देश्य है स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारियां जैसे नई प्रकार की दवाईंया, नए टीके आदि को लेकर लोगों में जागरुकता को बढ़ाना. इस साल स्वास्थ्य दिवस की थीम है ‘हेल्थ फॉर ऑल’.

लेकिन सनातन हिंदू धर्म में भी अच्छी सेहत, निरोगी जीवन, रोग-बीमारियों से छुटकारा, अनिद्रा से छुटकारा आदि सेहत से जुड़ी कई समस्याओं के समाधान के लिए कई उपायों के बारे में बताया गया है. अगर आप लंबे समये बीमार हैं या हमेशा अस्वस्थ महसूस करते हैं तो अपने इलाज और दवाओं के साथ इन उपायों को भी अपना सकते हैं. ये चमत्कारी उपाय है ‘मंत्र’. जी हां, शास्त्रों में कुछ ऐसे मंत्रों के बारे में बताया गया है, जिसके जाप से रोग-बीमारियां ठीक हो सकती हैं.

रोग-बीमारी को दूर भगाते हैं मंत्र
आज चिकित्सा पद्धति ने बहुत विकास कर ली है और इसकी मदद से गंभीर से गंभीर बीमारियों से आज निजात पाया जा सकता है. इसलिए सेहत बिगड़ने पर चिकित्सीय सलाह जरूर लें. लेकिन इसी के साथ शास्त्रों में मंत्रों के लाभ को भी कारगर माना गया है. दरअसल पहले के समय में ऋषि-मुनि भी मंत्रों का जाप करते थे और इस तरह से वे स्वस्थ रहते थे. आज भी मंत्रों के जाप में उतनी ही शक्ति है. धर्म ग्रंथों में बताए इन मंत्रों के नियमित जाप से न सिर्फ रोगों से निजात पाया जा सकता है बल्कि व्यक्ति स्वस्थ और दीर्घायु होता है. साथ ही मंत्रों में ऐसी आकौलिक शक्तियां होती है, जिससे नकारात्मकता दूर होती है और मृत्यु को भी टाला जा सकता है. लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि, यदि किसी बीमारी को लेकर आपका इलाज चल रहा है तो अपनी दवाएं समय पर लेते रहे.

स्वास्थ्य लाभ के लिए मंत्र: स्वास्थ लाभ के लिए दुर्गासप्तशती के इस मंत्र का 108 बार नियमित रूप से जाप करें और मां दर्गा से अच्छे स्वास्थ्य की कामना करें.

देहि सौभाग्यमारोग्यं, देहि मे परमं सुखं।
रूपं देहि, जयं देहि, यशो देहि, द्विषो जहि।

आरोग्यता के लिए मंत्र: निरोगी जीवन या आरोग्यता के लिए भगवान शिव के इस मंत्र का जाप रूद्राक्ष की माला से कम से कम एक माला जाप करें.
‘क्क जूं सः माम्पालय पालय सः जूं क्क’

हृदय रोग के लिए मंत्र: ऋग्वेद में बताए इस मंत्र के जाप से हृदय रोग की समस्या से राहत मिलती है. दवाओं के साथ-साथ नियमित रूप से इस मंत्र का जाप करना लाभप्रद होगा. सूर्य के समक्ष इस मंत्र का जाप करना चाहिए.
क्क घन्नघ मित्रामहः आरोहन्नुत्तरां दिवम्।
हृद्रोग मम् सूर्य हरि मांण् च नाश्यं’ का जप करें

गंभीर बीमारी से मुक्ति के लिए मंत्र: अगर कोई व्यक्ति गंभीर बीमारी से जूझ रहा है तो उसे गायत्री मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए. इससे मानसिक शांति भी मिलती है.
ऊं भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि। धियो यो न: प्रचोदयात्।

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