हम सभी कार में अपनी आस्था के अनुसार किसी-न-किसी भगवान की तस्वीर जरूर लगाते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें कार में रखने से हम दुर्घटनाओं से बचे रहते हैं।
जयपुर: वाहन आदि चलाते हुए सचेत रहना जरूरी। हमारी जरा-सी लापरवाही दुर्घटना का कारण बन सकती है। आपने कई लोगों को अपना कार में हनुमान जी की तस्वीर या गणेश जी की मूर्ति लगाते हुए देखा होगा। देवताओं की तस्वीर लगाते हुए हम यह कामना करते हैं कि हम हर प्रकार की दुर्घटना से बचे रहें।
गाड़ी में क्या चीजें नहीं रखनी चाहिए
वास्तु शास्त्र के अनुसार, गाड़ी में टूटी-फूटी या खराब चीजें भूलकर भी नहीं रखनी चाहिएं। गाड़ी की समय-समय पर साफ-सफाई करना जरूरी है। गाड़ी की खिड़की, कार्पेट और सीट को हमेशा साफ रखें। ये चीजें व्यक्ति के दिमाग को अशांत करती हैं और व्यक्ति सही निर्णय नहीं ले पाता।
इन उपायों से बच जाएंगे दुर्घटना से
अशुभ घटनाओं और अन्य परेशानियों से बचने के लिए लोग शुभ मुहूर्त और अच्छा दिन देखकर ही गाड़ी खरीदते हैं. उसकी पूजा करते हैं, मंदिर ले जाते हैं ताकि इन सब चीजों से बचा जा सके. लेकिन गाड़ी में कुछ शुभ चीजें रखना भी जरूरी होता है. कहते हैं गाड़ी नें भगवान की मूर्ति या फोटो जरूर लगाएं।
डैशबोर्ड पर रखें किस देवता की मूर्ति
गाड़ी के डैशबोर्ड पर कई लोग भगवान की छोटी मूर्ति रख लेते हैं। लेकिन वास्तुशास्त्र के अनुसार गाड़ी पर गणेश जी की मूर्ति रखना सबसे उत्तम माना जाता है। ऐसा करने से विघ्नहर्ता आपकी सारे संकटों से रक्षा करेंगे।
इस उपाय से हर संकट होगा दूर
वास्तु के अनुसार कार की सीट के नीचे कागज बिछाएं और उस पर सेंधा नमक और बेंकिग सोडा मिलाकर रखें। ऐसा करने से गाड़ी की नकारात्मकता दूर होती है। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि इसे जल्दी-जल्दी बदलते रहें।
किस रंग का रखें कछुआ
गाड़ी में काले रंग का छोटा कछुआ रखना शुभ माना जाता है। ये गाड़ी में से नकारात्मकता दूर करता है। साथ ही सकारात्मकता लाता है। गाड़ी में नेचुरल स्टोन या क्रिस्टल रखने से पृथ्वी तत्व मजबूत होता है। इससे कार हमेशा सुरक्षित रहती है।
न करें ये काम
गाड़ी में अच्छा म्युजिक बजाना चाहिए। इससे वातावरण खुशनुमा रहता है। गाड़ी चलाते समय लाउड म्युजिक नहीं बजाना चाहिए। इससे व्यक्ति का ध्यान भटकता है। वास्तु के अनुसार गाड़ी में हमेशा पानी की बोतल रखनी चाहिए। यह मन को मजबूत बनाने का काम करता है और इससे व्यक्ति सही निर्णय लेने में समर्थ होत है।