बुधवार सुबह मनोरंजन जगत से बुरी खबर सामने आई। मशहूर टीवी एक्टर नितेश पांडे का कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया। इस खबर के सामने आते ही हर कोई हैरान है।
नई दिल्ली: बुधवार का दिन मनोरंजन जगत के लिए शोक के साथ शुरू हुआ। सुबह जहां टीवी की जानी-मानी अभिनेत्री वैभवी उपाध्याय की मौत की खबर ने लोगों को स्तब्ध कर दिया, तो वहीं मशहूर टीवी एक्टर नितेश पांडे के निधन ने सभी को हिला कर रख दिया। अभिनेता टीटी जगत के जाने-माने कलाकार थे, जिन्होंने कई शोज में काम किया था। वह आखिरी बार मशहूर टीवी शो अनुपमा में नजर आए थे।
जानकारी के मुताबिक एक्टर का निधन कार्डियक अरेस्ट के चलते हुआ। वह 51 साल के थे। नितेश की अचानक हुई मौत ने एक बार फिर लोगों के मन में कार्डियक अरेस्ट को लेकर डर पैदा कर दिया है। तो चलिए जानते हैं क्या है कार्डियक अरेस्ट, इसके कारण और इससे बचाव के तरीके-
कार्डियक अरेस्ट क्या है?
कार्डियक अरेस्ट एक ऐसी खतरनाक स्थिति है, जिसमें व्यक्ति का हार्ट काम करना बंद कर देता है। इसकी वजह से हृदय खून पंप करना बंद कर देता है, जिसका असर पूरे शरीर पर देखने को मिलता है। आसान भाषा समझे तो कार्डियक अरेस्ट होने पर दिल अचानक से धड़कना बंद कर देता है, इसलिए इसे सडन कार्डियक अरेस्ट भी कहते हैं। कार्डियक अरेस्ट होने पर व्यक्ति के में निम्न लक्षण नजर आते हैं।
कार्डियक अरेस्ट के लक्षण
सीने में दर्द
चक्कर आना
सांस लेने में कठिनाई
हार्ट रेट तेज होना
बेहोशी
उल्टी होना
पेट और सीने में साथ में दर्द होना
कार्डियक अरेस्ट के कारण
कार्डियक अरेस्ट का मुख्य कारण वेंट्रिकुलर फाइब्रिलेशन या वेंट्रिकुलर टैचीकार्डिया है। वहीं, इसके महत्वपूर्ण जोखिम कारकों में पहले कार्डियक अरेस्ट होना, कोरोनरी हार्ट डिजीज, हार्ट वाल्व डिजीज, जन्मजात हृदय दोष और दोषपूर्ण जीन आदि शामिल हैं। इसके अलावा कुछ स्थितियों में दिल की बीमारियों के लिए दी जाने वाली दवाइयों की वजह से दिल की धड़कन असामान्य हो जाती हैं, जो कार्डियक अरेस्ट की वजह बन सकता है।
कार्डियक अरेस्ट के अन्य कारण निम्न हैं–
अत्यधिक रक्त की हानि
हृदय की मांसपेशियों का मोटा होना
ऑक्सीजन की कमी
मैग्नीशियम और पोटेशियम के स्तर में वृद्धि
कार्डियक अरेस्ट से ऐसे करें बचाव-
सेहतमंद रहने के लिए शारीरिक गतिविधियां बेहद जरूरी है। ऐसे में व्यायाम आदि की मदद से अपनी शारीरिक गतिविधि को बनाए रखें।
दिल की सेहत काफी हद तक हमारे आहार पर भी निर्भर होती है। इसलिए हमेशा एक हेल्दी डाइट फॉलो करने की कोशिश करें।
मोटापा हार्ट से जुड़ी बीमारियों के प्रमुख कारणों में से एक है। ऐसे में ज्यादा खाने से बचें और अपना वजन कंट्रोल में रखें।
धूम्रपान और शराब के सेवन से कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ता है। ऐसे में कोशिश करें कि जितना हो सके धूम्रपान और शराब से परहेज करें।
तनाव आदि भी कार्डियक अरेस्ट का एक प्रमुख कारण है। ऐसे में इससे बचने के लिए जितना हो सके भावनात्मक तनाव से बचें।