नेटफ्लिक्स की डॉक्यूमेंट्री ‘द एलिफेंट व्हिस्पर्स’ को आपने देखा होगा। इसमें बोमन और बेली नाम के दो असल किरदार देखने को मिले थे। वो एक बार फिर चर्चा में हैं। उन्होंने फिल्म के मेकर्स को लीगल नोटिस भेजा है और अपने पैसे मांगे हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि उन्हें कोई आर्थिक मदद नहीं दी गई है, जैसा वादा किया गया था।
मुंबई: ऑस्कर विनिंग डॉक्यूमेंट्री ‘द एलिफेंट व्हिस्पर्स’ एक बार फिर चर्चा में है। क्योंकि बोम और बेली, जो इस मूवी में फीचर हुए और उन्होंने अपनी पूरी कहानी दिखाई और लोगों को बताइ, उन्होंने मेकर्स पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि आज तक उन्हें पैसे नहीं मिले हैं। डायरेक्टर कार्तिकी गोंसाल्वेस और सिख्या एंटरटेनमेंट के खिलाफ एक इंटरव्यू दिया है और 2 करोड़ रुपये की मांग की है।
न्यूज एजेंसी PTI को जो लीगल नोटिस की कॉपी मिली है, उसमें बोमन और बेली ने दावा किया है कि उन्हें घर देने का वादा किया गया था। साथ ही एक वेहिकल और पर्याप्यत आर्थिक मदद देने का भी वादा किया था। हालांकि अमाउंट का जिक्र नहीं किया कि कितना पैसा देने के लिए मेकर्स ने कहा था। बस ये कहा था कि जो भी फायदा होगा, उसका कुछ हिस्सा वो देंगे।
सरकार से मिला पैसा नहीं मिला
लीगल नोटिस में ये भी कहा गया है कि कपल को ‘असली हीरोज’ कहकर नेता-अभिनेता समेत अन्य दिग्गज लोगों के सामने इंट्रोड्यूस किया गया था, जिससे उन्हें बड़े पैमाने पर पब्लिसिटी मिली। लेकिन दूसरी ओर, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से जो भी आर्थिक सहायता मिली, वो मेकर्स ने अपने हिस्से में रख ली। बोमन और बेली को पूछा तक नहीं। जानकारी के मुताबिक, तमिलनाडु सरकार ने कपल को एक लाख रुपये और कार्तिकी को राज्य सरकार ने 1 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया था
बोमन और बेली ने बात करने से किया मना
इसके बाद जब बोमन और बेली से ‘पीटीआई’ ने सम्पर्क करने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि उनसे इस केस में ज्यादा बात करने के लिए मना किया गया है। उनके वकील ने ऐसा करने की सलाह दी है। चेन्नई के सोशल एक्टिविस्ट प्रवीण राज, जो कि पेशे से वकील भी हैं, उन्होंने बताया कि वो कपल को दशकों से जानते हैं और वो इनके सम्पर्क में एक लॉ फर्म से जरिए सम्पर्क में आए थे, जब उन लोगों ने इन्हें अप्रोच किया।
बोमन और बेली को मिलने वाला था पैसा
प्रवीण ने कहा, ‘गोंसाल्वेस से बोमन और बेली दोनों निराश हैं। उन्होंने पैसे देने का वादा किया था। साथ ही बेली के पोती की पढ़ाई लिखाई का जिम्मा उठाने की भी बात कही थी। जब वो फिल्म बना रहे थे। लेकिन अब वो फिल्म के प्रॉफिक का आधा हिस्सा भी देने के लिए मना कर रहे हैं। फिल्म में उनसे जो कहा गया, उन्होंने किया। सिर्फ इस उम्मीद में कि अगर फिल्म अच्छा करेगी, तो उन्हें भी फायदा होगा। लेकिन गोंसाल्वेस तो बोमन का फोन तक नहीं उठा रही हैं।’
डायरेक्टर ने पैसे देने के मना किया
वहीं, एडवोकेट मोहम्मद मंसूर, जो इस केस को देख रहे हैं, उन्होंने बताया कि 4 दिन पहले, उन्हें सिख्या एंटरटेनमेंट की तरफ से एक रिप्लाई नोटिस मिला था, जो कि गोंसाल्वेस द्वारा भेजा गया था। इसमें लिखा था कि वो अब और पैसे नहीं देंगी क्योंकि पहले ही वो पहले ही कपल को पैसे दे चुकी हैं। लेकिन वकील ने कहा कि वो अपने क्लाइंट्स से बात करके, एक बार फिर से उनको नोटिस भेजेंगे।
डॉक्यूमेंट्री में बोमन और बेली के लगे हैं पैसे
वहीं, दूसरी मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी बताया गया है कि एक यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में मेकर्स पर फाइनैंशियल हरैसमेंट का आरोप लगाया है। कपल ने बताया कि शादी वाले सीन की शूटिंग में उन्हें अपने पास से एक लाख रुपये खर्च करने पड़े थे। जबकि वो पैसे बेली ने पोती की पढ़ाई के लिए बचाकर रखे थे। कार्तिकी ने वादा किया था कि वो बाद में लौटा देंगी। लेकिन अब तक वापस नहीं किए। इतना ही नहीं, उन्हें तो अवॉर्ड को छूने तक की परमिशन नहीं थी। गोंसाल्वेस ने भले कहा है कि उन्होंने पैसे दे दिए हैं लेकिन जब कपल ने अकाउंट चेक किया तो उसमें सिर्फ 60 रुपये ही मिले थे।