Jet Airways को एविएशन रेगुलेटर DGCA की ओर से एयरपोर्ट ऑपरेटर सर्टिफिकेट मिल गया है। इसके बाद जेट एयरवेज फिर से भारत में अपनी उड़ानों का संचालन शुरू कर सकती है। डीजीसीए के इस फैसले पर जालान-कलरॉक कंसोर्टियम द्वारा खुशी जताई गई है। साथ ही कहा कि वह एयरलाइन को सफल बनाने के लिए सभी पक्षकारों के साथ मिलकर काम करेंगे।
नई दिल्ली: एविएशन रेगुलेटर डीजीसीए की ओर से जेट एयरवेज को एयरपोर्ट ऑपरेटर सर्टिफिकेट (AOC) जारी कर दिया गया है। इसके बाद से एयरलाइन के लिए दोबारा से अपनी विमान सेवाएं भारत में शुरू करने का रास्ता खुल गया है।
एयरलाइन की ओर से जताई गई खुशी
जेट एयरवेज को दोबारा से शुरू करने के लिए काम कर रही जालान-कलरॉक कंसोर्टियम ने इस पर खुशी जताते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि इंडियन एविशन रेगुलेटर का जेट एयरवेज को दोबारा से शुरू करने का भरोसा हम पर बना हुआ है।
इसके साथ जालान-कलरॉक कंसोर्टियम की ओर से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया कि हम डीजीसीए और उन सभी पक्षकारों का धन्यवाद करते हैं, जिन्होंने जेट एयरवेज को दोबारा शुरू करने के लिए जालान-कलरॉक कंसोर्टियम पर भरोसा जताया।
जेट एयरवेज को सफल बनाएगा जालान-कलरॉक कंसोर्टियम
प्रेस रिलीज में आगे कहा गया कि जालान-कलरॉक कंसोर्टियम पूरी तरह से जेट एयरवेज को फिर से खड़ा करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए जालान-कलरॉक कंसोर्टियम सभी ऑथोरिटीज, इंडस्ट्रीज और पक्षकारों के साथ मिलकर काम करेगा और एयरलाइन को सफल बनाने के लिए एक स्ट्रेटेजी बना रहा है।
2019 में जेट एयरवेज ने भरी थी आखिरी उड़ान
लगातार 25 साल से अधिक समय तक उड़ान भरने के बाद जेट एयरवेज खराब वित्तीय स्थिति के कारण 17 अप्रैल, 2019 को बंद हो गई थी। जून, 2019 में कंपनी की दिवालिया प्रक्रिया को भी शुरू कर दिया गया था। इसके बाद एनटीएलटी ने जालान-कलरॉक कंसोर्टियम को इस एयरलाइन को दोबारा से शुरू करने की जिम्मेदारी दी गई थी। तभी से कंसोर्टियम इसे दोबारा से शुरू करने के लिए काम कर रहा है। इसके लिए कंपनी कर्मचारियों की भी भर्ती कर चुकी है।