भारतीय रिजर्व बैंक की बैठक कल यानी 6 फरवरी से शुरू हो रही है और यह 8 फरवरी तक चलेगी. इस बैठक में रेपो रेट में बढ़ोतरी को लेकर घोषणा हो सकती है.
नई दिल्ली: देश का केंद्रीय बैंक एक बार फिर रेपो रेट बढ़ोतरी कर सकता है. हालांकि इस बढ़ोतरी की रफ्तार थोड़ी कम हो सकती है. अगर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया रेपो रेट में बढ़ोतरी करता है तो यह इस साल की पहली बढ़ोतरी होगी. बता दें कि कल यानी 6 फरवरी से 8 फरवरी तक आरबीआई की बैठक (RBI MPC Meet) होने वाली है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास बैठक की आखिरी तारीख बुधवार को एमपीसी के फैसले की जानकारी देंगे.
बार्कलेज की ओर से जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि तेजी से गिरती मुद्रास्फीति (Inflation) और आयतित कीमतों में कमी के बीच 25 बेसिस प्वांइट (bps) की बढ़ोतरी हो सकती है. एमपीसी बैठक (MPC Meeting) में यह बढ़ोतरी की जाती है तो कुल रेपो रेट 6.50 प्रतिशत तक हो जाएगा. अभी रेपो रेट 6.25 फीसदी है.
दिसंबर में बढ़ाया गया था रेपो रेट
रिजर्व बैंक ने इससे पहले दिसंबर में रेपो रेट में इजाफा किया था. केंद्रीय बैंक ने 35 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की थी. लंदन मुख्यालय वाले बैंकों को उम्मीद है कि फरवरी की दर में बढ़ोतरी इस चक्र में आखिरी होगी. 2023 के अंत तक मुद्रास्फीति 5-5.5 प्रतिशत के आसपास रहने की संभावना है.
मुद्रास्फिति में होगी अभी और गिरावट
दिसंबर 2022 के दौरान भारत की खुदरा मुद्रास्फीति एक साल के निचले स्तर पर आ गई थी और लगातार दूसरे महीने तक मुद्रास्फिति 6 फीसदी से नीचे रही थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि मुद्रास्फिति अभी और नीचे आ सकती है. भारत समेत ग्लोबल स्तर पर महंगाई दर में गिरावट आएगी. रिपोर्ट के मुताबिक, आरबीआई अपने मुद्रास्फीति अनुमानों को कम करेगा. इस कारण वैश्विक कमोडिटी की कीमतों और घरेलू खाद्य कीमतों में कमी होगी.