जयपुर: जगह-जगह जलभराव ने बढ़ाया डेंगू और मलेरिया का खतरा रखें सावधानी। टाइफाइड बुखार भी इन दिनों होने वाली बीमारी है। सिरदर्द बुखार भूख में कमी और दस्त इसके प्रमुख लक्षण हैं। इन दिनों सर्दी-जुकाम खांसी समान्य बुखार के मरीज भी आ रहे हैं। उक्त बीमारियों के लक्षण दिखते ही तत्काल उपचार शुरू कर दें। देरी से परेशानी हो सकती है। बरसात होने के कारण जगह-जगह जलभराव भी बहुत हो गया है। इससे फैली गंदगी परेशान कर रही है। इसी के साथ मच्छरों के फैलने का खतरा पैदा हो गया है। इन मच्छरों से मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियां फैलने का भी खतरा है।
तीन महीने रहता है मच्छरों से अधिक खतरा
जुलाई से सितंबर तक मच्छरों का प्रजनन काल होता है। इन दिनों इनसे बचाव की सबसे अधिक जरूरत होती है। इन दिनों मच्छरों से डेंगू और मलेरिया फैलने की आशंका रहती है। बचाव के लिए जरूरी है कि मच्छरों को न पनपने दें। इसके लिए सबसे जरूरी पानी का जमा न होने देना है।
तत्काल शुरू करें उपचार
डेंगू के लक्षण सिरदर्द, जोड़ों में दर्द, कमजोरी, प्लेटलेट्स कम होना हो सकते हैं। मलेरिया में भी बुखार, उल्टी और सिरदर्द जैसी परेशानी होती हैं। दूषित भोजन और पानी से हेपेटाइसटिस की समस्या आपके लिवर को नुकसान कर सकती है। ऐसे में बासी भोजन और दूषित जल के इस्तेमाल से बचें। डेंगू व मलेरिया से बचाव के लिए पानी जमा होने से रोकने पर ध्यान देना जरूरी है। इसी पानी में मादा मच्छर अंडे देती है।
- घर के आसपास सफाई रखें
- कूलर, एसी, फ्रिज की ट्रे या किसी भी जल पात्र में पानी जमा न होने दें।
- मच्छरों से बचाव को पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें।
- मच्छरदानी का उपयोग करना अच्छा रहता है।
- कोई भी बुखार मलेरिया या डेंगू हो सकता है।