अगर आप भी बॉडी के लिए जरूरी पोषण को खानपाने से पूरा करने के बजाय सप्लीमेंट्स से पूरा करते हैं तो ये बहुत ही गलत तरीका है। ऐसा इसलिए क्योंकि ज्यादा सप्लीमेंट्स के सेवन से बॉडी को कई तरह के नुकसान हो सकते हैं तो आज के लेख में हम इसी के बारे में जानने वाले हैं।
नई दिल्ली: शरीर के सारे फंक्शन सही तरीके से काम करते रहें, इसके लिए विटामिन्स, प्रोटीन्स, आयरन, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट्स जैसे और कई दूसरे न्यूट्रिशन्स जरूरी होते हैं। सही न्यूट्रिशन से हमारी बॉडी को एनर्जी भी मिलती है। वैसे तो न्यूट्रिशन की पूर्ती के लिए हेल्दी खानपान को जरूरी बताया गया है, लेकिन कई बार इसके लिए एक्सपर्ट्स सप्लीमेंट्स भी लेने की सलाह देते हैं। लेकिन कुछ लोग मोटापे के चलते खाना कम खाते हैं और सोचते हैं क्यों ना खाने से मिलने वाले पोषण को सप्लीमेंट्स से पूरा कर लें, तो अगर आप भी ऐसी सोच रखते हैं, तो आपके लिए जान लेना जरूरी है सप्लीमेंट्स ज्यादा खाने से होने वाले नुकसान। सप्लीमेंट्स के अत्यधिक सेवन से शरीर पर कई तरह के नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं। यहां कुछ संभावित नुकसान के बारे में बताया गया है।
- पोषण असुंतलन
कुछ सप्लीमेंट्स का हाई डोज लेने से शरीर में पोषक तत्वों का असंतुलन हो सकता है। उदाहरण के लिए, पर्याप्त मैग्नीशियम और विटामिन D के बिना कैल्शियम का ज्यादा सेवन कैल्शियम-मैग्नीशियम संतुलन को ख़राब कर सकता है और हड्डियों के स्वास्थ्य को नुक़सान पहुंचा सकता है। - अंगों का नुक़सान
कुछ सप्लीमेंट के ज्यादा मात्रा में सेवन से अंगो को नुक़सान पहुंच सकता हैं। उदाहरण के लिए, विटामिन A की ज्यादा डोज लीवर को नुकसान पहुंचा सकता है, जबकि अत्यधिक आयरन सप्लीमेंट का सेवन लीवर और अन्य अंगों को नुकसान पहुंचा सकता है। - दवा के साथ प्रतिक्रिया
कुछ सप्लीमेंट दवाओं की प्रभावशीलता को कम या बाधित कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, सेंट जॉन्स वॉर्ट एक हर्बल सप्लीमेंट है जो कुछ प्रिस्क्रिप्शन दवाओं, जैसे एंटीडिप्रेसेंट, रक्त पतला करने वाली दवाएं और गर्भ निरोधक दवाओं आदि के असर को कम कर सकता हैं। - प्रतिकूल रिएक्शन और एलर्जी
सप्लीमेंट का बहुत ज्यादा सेवन प्रतिकूल रिएक्शन और एलर्जी का खतरा बढ़ सकता है। यहां तक कि प्राकृतिक सप्लीमेंट भी एलर्जी को पैदा कर सकते हैं या अन्य दवाओं के साथ परस्पर प्रतिक्रिया कर सकते हैं, जिससे कई साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। - पाचन सम्बंधी समस्याएं
आयरन या विटामिन C जैसे कुछ सप्लीमेंट का हाई डोज पेट में ऐंठन, दस्त और मतली जैसी पाचन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकती है। ये लक्षण विशेष रूप से तब नज़र आ सकते हैं जब सप्लीमेंट का सेवन खाली पेट किया जाता है। - पोषक तत्वों का उत्सर्जन
शरीर में कुछ विटामिन और मिनरल्स की स्टोरेज क्षमता सीमित होती है। अत्यधिक मात्रा में पानी में घुलनशील विटामिन, जैसे कि विटामिन C या B-कॉम्प्लेक्स विटामिन का सेवन करने से मूत्र के माध्यम से अतिरिक्त मात्रा निकल सकती है, जिससे सप्लीमेंट का लाभ नही मिल सकता है। - बीमारियों को छुपा सकता है
पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए सप्लीमेंट पर बहुत ज्यादा निर्भर रहने से कई अंतर्निहित बीमारियों का पता नही चल सकता है। लोग सोच सकते हैं कि उन्हें पर्याप्त पोषण मिल रहा है, जबकि वास्तव में, उन्हें अपने अंदर की बीमारी के लिए उचित डायग्नोसिस और ट्रीटमेंट की आवश्यकता होती है। - पैसों का खर्च
बहुत ज्यादा सप्लीमेंट का सेवन करने के लिए बहुत सारे पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं। अनावश्यक सप्लीमेंट को खरीदना जो कोई महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभ प्रदान नहीं करते हो, पैसों की बर्बादी का कारण बन सकते हैं। सप्लीमेंट खरीदने की बजाय इन पैसों को लाइफस्टाइल के अन्य पहलुओं, जैसे संतुलित पोषण और नियमित एक्सरसाइज करने के लिए खर्च किया जा सकता है।
किसी भी नए सप्लीमेंट का सेवन शुरू करने से पहले एक डॉक्टर या रजिस्टर्ड डाइट विशेषज्ञ से कंसल्ट करना महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि वे सप्लीमेंट के संभावित नुकसान से बचने के लिए सलाह दे सकते हैं और कितना डोज लेना चाहिए इसके बारे मे बता सकते हैं। याद रखें चाहे जो भी चीज हो, हर एक चीज की अति नुक़सान दायक होती है। इसलिए सप्लीमेंट का सेवन भी सोच समझ कर करना चाहिए।