योद्धाओं का सम्मान: PM मोदी ने अंडमान निकोबार द्वीप समूहों के नाम 21 परमवीर चक्र विजेताओं को किए समर्पित

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प्रधानमंत्री ने अंडमान निकोबार द्वीप समूहों के नाम 21 परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर रखे हैं, इन विजेताओं में मेजर सोमनाथ शर्मा, मेजर शैतान सिंह समेत कुल 21 परमवीर हैं.

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (23 जनवरी) को पराक्रम दिवस के मौके पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 21 परमवीर चक्र पुरस्कार विजेताओं के नाम पर अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के 21 द्वीपों का नामकरण किया. पीएम मोदी ने कहा कि देश के वास्तविक जीवन के नायकों को उचित सम्मान देना हमेशा सरकार की प्राथमिकता रही है.

प्रधानमंत्री ने इन द्वीपों के नाम 21 परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर रखे हैं वे मेजर सोमनाथ शर्मा, सूबेदार और मानद कैप्टन (तत्कालीन लांस नायक) करम सिंह, मेजर शैतान सिंह, अब्दुल हमीद मेजर होशियार सिंह समेत कुल 21 परमवीर हैं.

क्या है इन शूरवीरों की कहानी?
अगर इन शूरवीरों की कहानी पर नजर डालें तो हम पाएंगे कि इनका इतिहास परमवीर चक्र से भरा हुआ है. मेजर सोमनाथ शर्मा ने 1947 में जम्मू कश्मीर के बडगाम में लश्कर के 700 कबिलाई आतंकियों को 50 जवानों ने उनके नेतृत्व में 6 घंटे तक रोक कर रखा था.

इसी तरह मेजर शैतान सिंह ने भारत-चीन युद्ध के दौरान चीनी सैनिकों के साथ महज 123 जवानों के साथ लड़ाई लड़ी थी. 1962 में कुमाऊं रेजीमेंट की 13वीं बटालियन ने 17 हजार फीट की ऊंचाई पर लड़ाई लड़ी थी और 1300 चीनी सैनिकों को उल्टे पैर भागने पर मजबूर कर दिया था.

अभूतपूर्व वीरता से लड़े थे अब्दुल हमीद
लांस नायक अब्दुल हमीद ने 1965 भारत पाकिस्तान की लड़ाई में खेमकरन सेक्टर में यूपी के गाजीपुर के निवासी सैनिक अब्दुल हमीद ने पाकिस्तान के कई पैटन टैंकों को नष्ट कर दिया था. भारतीय सेना के रिकॉर्ड के मुताबिक हमीद ने दुश्मन के सात टैंकों को नष्ट कर दिया था.

इस दौरान पीएम मोदी ने चार-पांच साल पहले पोर्ट ब्लेयर की अपनी यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि स्वराज और शहीद नाम स्वयं नेताजी ने ही दिए थे लेकिन आजादी के बाद भी इनको कोई महत्व नहीं दिया गया.

द्वीपों के नामकरण के पीछे क्या है उद्देश्य?
पीएम मोदी ने द्वीपों के नामकरण के पीछे ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ का संदेश दिया. उन्होंने कहा कि यह देश के लिए दिए गए बलिदानों और भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम की अमरता का संदेश है. पीएम मोदी ने कहा कि जैसे समुद्र विभिन्न द्वीपों को परस्पर जोड़ता है, वैसे ही एक भारत और श्रेष्ठ भारत की भावना भारत माता के हर बच्चे को आपस में जोड़ती है.

पीएम ने कहा कि इन सभी 21 परमवीरों का एक ही संकल्प था – राष्ट्र प्रथम! इंडिया फर्स्ट! यह संकल्प अब हमेशा के लिए अमर हो गया है. स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा देने वाले अतीत के अंडमान और निकोबार द्वीप समूह से तुलना करते हुए पीएम ने कहा कि यह भविष्य में भी देश के विकास को नई गति प्रदान करेगा. पीएम ने कहा है कि मुझे भरोसा है कि हम एक ऐसे भारत का निर्माण करेंगे जो सक्षम है और आधुनिक विकास की ऊंचाइयों को प्राप्त करेगा.

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