Flood in Delhi: दिल्ली में बाढ़ को लेकर एक बार फिर हरियाणा सरकार और दिल्ली सरकार आमने सामने, सेना ने संभाली बाढ़ से निपटने की कमान

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दिल्ली में बाढ़ को लेकर एक बार फिर हरियाणा सरकार और दिल्ली सरकार आमने सामने हो गई है. वहीं भारतीय सेना की इंजीनियर कोर टीम ने आईटीओ स्थित ड्रेन रेगुलेटर ठीक करने में जुटी हुई है.

नई दिल्ली: बाढ़ को लेकर एक बार फिर हरियाणा सरकार और दिल्ली सरकार आमने सामने हो गई है. वहीं भारतीय सेना की इंजीनियर कोर टीम ने आईटीओ स्थित ड्रेन रेगुलेटर ठीक करने में जुटी हुई है. इसके अलावा दिल्ली में एनडीआरएफ की 12 टीमों को तैनात किया गया है. कई जगहों पर जलभराव के चलते रूट को डायवर्ट कर दिया गया है. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने लोगों से वैक्लपिक मार्ग चुनने को कहा है.

दिल्ली में यमुना के बढ़ते जलस्तर ने दिल्ली के जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. जगह-जगह जलजमाव के चलते लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. इस बीच अब भारतीय सेना की इंजिनियर कोर ने कई जगहों पर जिम्मा संभाल लिया है. आईटीओ पर ड्रेन रेगुलेटर ठीक करने के लिए सेना की टीम पहुंची हुई है. वहीं दिल्ली में 12 एनडीआरएफ की टीम तैनात की गई है. 23 हजार से अधिक लोगों का रेस्क्यू किया गया है. हालांकि राहत की बात यह है कि धीरे-धीरे यमुना का जलस्तर कम हो रहा है.

दिल्ली में बाढ़ के कारण स्थिति चिंताजनक होती जा रही है. जगह-जगह जलभराव की समस्या शुरू हो गई है. कई रास्तों को बंद कर दिया गया है. वहीं सीएम अरविंद केजरीवाल ने आईटीओ स्थित ड्रेन का रेगुलटर टूटने को गंभीर समस्या बताया है. साथ ही उन्होंने सेना और एनडीआरएफ से मदद भी मांगी है. सड़कों पर पानी आने के चलते रूट डायवर्ट किये गए हैं, जिसके कारण ट्रैफिक जाम की समस्या शुरू हो गई है.

दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से कई इलाकों के हालात बदतर हो गए हैं. बाढ़ का पानी रिहायशी इलाकों से लेकर वीवीआईपी इलाकों में घुस चुका है. बाढ़ के पानी की जद में सीएम आवास, मंत्रियों के आवास और सचिवालय भी आ चुका है. राजघाट पर बाढ़ का पानी घुस गया है, जो समाधि स्थल तक पहुंच गया है. वहीं सड़कों पर जलभराव होने के लिए यातायात बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है. हरियाणा के हथिनी बैराज से छोड़े गए पानी और पिछले कुछ दिनों में हुई मूसलाधार बारिश के चलते यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया है, जो खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गया है.

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इन दिनों यमुना नदी उफान पर है, जिसके चलते बाढ़ का संकट शुरू हो गया है. चारों तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है. दिल्ली के निचले इलाकों में मौजूद रिहायशी इलाकों तक बाढ़ का पानी पहुंच चुका है. फिलहाल यमुना नदी का जलस्तर 208.63 मीटर है. जो कि खतरे के निशान से बहुत ऊपर है. यमुना में आई बाढ़ के कारण पूरी दिल्ली अस्त व्यस्त हो गई है. सड़कों से लेकर मेट्रो तक बुरी तरह से प्रभावित हो गई है.

बीते गुरुवार को दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने बताया कि यमुना नदी पर बने पुलों से मेट्रो 30 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चलेगी. इसके अलावा यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन पर एग्जिट-एंट्री बंद कर दी गई थी. इसके अलावा आईटीओ, कश्मीरी गेट, सराय काले खां, शास्त्री पार्क सहित दिल्ली के कई इलाकों में भारी जाम की समस्या से लोगों को जूझना पड़ा. दरअसल, सड़कों पर पानी भरने के कारण रूट को डायवर्ट कर दिया गया. इसके बाद लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है. गुरुवार को डीडीएमए के साथ दिल्ली सरकार ने बैठक भी की. इसके बाद रविवार तक गैर सरकारी कार्यालयों, दुकानों, कॉलेजों व स्कूलों को रविवार तक बंद करने का फैसला किया गया है.

मंत्री आतिशी ने कहा- धीरे-धीरे कम हो रहा है पानी का लेवल, 1 दिन का समय लग सकता है
दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा, ‘अच्छी खबर यह है कि जल स्तर नहीं बढ़ रहा है, यह कल दोपहर 1 बजे से शाम 7 बजे तक स्थिर था और अब यह बहुत धीरे-धीरे कम हो रहा है. लेकिन यह 0.1 मीटर की दर से घट रहा है. इसलिए पानी कम होने के लिए इसमें एक दिन का समय लगेगा. पानी इलाकों में घुस रहा है. क्योंकि सभी नाले भरे हुए हैं और यह बैकफ्लो है, जो इलाकों में बाढ़ ला रहा है. पंपिंग अब संभव नहीं है क्योंकि पानी को यमुना में ही जाना होगा और इसका जल स्तर पहले से ही ऊंचा है. यह कठिनाई किसी व्यक्ति या परिस्थिति के कारण नहीं बल्कि उत्तर भारत में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण है. अच्छी बात यह है कि पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है.

दिल्ली में बाढ़ से निपटने के लिए 4500 पुलिसकर्मियों की तैनाती
दिल्ली के स्पेशल सीपी, ट्रैफिक, सुरेंद्र सिंह यादव ने शहर में बाढ़ की स्थिति पर बात की और स्थिति से निपटने के लिए प्रबंधन द्वारा उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी. उन्होंने कहा, “दिल्ली के सभी इलाकों में 4,500 पुलिस की तैनाती की गई है. कावड़ियों की गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है. कश्मीरी गेट जैसे इलाकों में जलस्तर में कमी देखी गई है. लेकिन वजीराबाद की ओर रिंग रोड इलाके में अभी भी पानी भरा हुआ है. हम कोशिश कर रहे हैं कि शाम तक भैरों मार्ग खोल दिया जाएगा. एनएच 44 पर ट्रैफिक देखा जा सकता है.”

सेना ने संभाली दिल्ली में बाढ़ से निपटने की कमान
दिल्ली के उप-राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने मौजूदा बाढ़ के हालातों को देखते हुए सेना से मदद मांगी, इसके बाद सेना ने तुरंत इंजीनियर्स कोर के जवानों को भेज दिया. एक टीम ITO के पास तैनात हैं जो कि दिल्ली जलबोर्ड के टूटे हुए रेगुलेटर को दुरुस्त करने में जुटी है तो दूसरी इंजीनियर टास्क फ़ोर्स WHO बिल्डिंग के पास पानी की निकासी के लिए ड्रेन को खोलने में जुटी है. सेना ने दो अतिरिक्त इंजीनियर्स टास्क फ़ोर्स को मेरठ से दिल्ली बुलाया है, जिन्हें स्टैंडबाय पर रखा जाएगा.

दिल्ली के इन रास्तों को किया गया बंद
सेंट्रल दिल्ली की तरफ़ जाने के रास्ते सिग्नेचर ब्रिज, वजीराबाद ब्रिज, कश्मीरी गेट, लोहे का पुराना पुल, गीता कालोनी और विकास मार्ग को बंद कर दिया गया है. वहीं NH 9, DND और कालिंदी कुंज का रास्ता खुल गया है.

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