अभद्र ट्वीट करने के मामले में गिरफ्तार किए गए समाजवादी पार्टी आईटी सेल के हेड मनीष जगन अग्रवाह को जमानत मिल गई है। मनीष को लखनऊ जेल से रिहा कर दिया गया है। मनीष के खिलाफ ट्विटर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के तीन मुकदमे हजरतगंज कोतवाली में दर्ज हुए थे।
लखनऊ: सपा के सोशल मीडिया कोऑर्डिनेटर और आईटी सेल हेड मनीष जगन अग्रवाल को जमानत मिल गई है। जमानत के बाद मनीष जगन अग्रवाल को जेल से रिहा कर दिया गया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव मनीष जगन की गिरफ्तारी के विरोध में रविवार को यूपी डीजीपी से मिलने लखनऊ पुलिस मुख्यालय पहुंचे थे। हालांकि उनकी मुलाकात नहीं हो पाई थी। इसके बाद वो मनीष से मिलने के लिए जेल पहुंच गए थे। वहीं सपा कार्यकर्ताओं की मुख्यालय के बाहर पुलिस से झड़प भी हुई थी।
6 जनवरी को लखनऊ में बीजेपी युवा मोर्चा की सोशल मीडिया इंचार्ज डॉ. ऋचा राजपूत ने समाजवादी पार्टी मीडिया सेल नाम के टि्वटर हैंडल पर रेप और जान से मारने की धमकी दिए जाने पर केस दर्ज करवाया था। इसके बाद लखनऊ की हजरतगंज थाना पुलिस ने अग्रवाल को उनके आवास से रविवार सुबह गिरफ्तार किया था। फिलहाल सपा सोशल मीडिया सेल कोऑर्डिनेटर मनीष जगन अग्रवाल को जमानत मिल चुकी है। वहीं रिहाई के बाद सपा समर्थकों में काफी खुशी है।
सपा मीडिया सेल की तरफ से हो रही थी टिप्पणी
मनीष जगन अग्रवाल समाजवादी पार्टी (सपा) से करीब 15 सालों से जुड़े हैं। यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी कैंपेनिंग में वह लगातार कार्यकर्ताओं से पार्टी के हित में कंटेंट लेते रहे हैं। बीते कई दिनों से समाजवादी मीडिया सेल के ट्विटर अकाउंट से कई लोगों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई। भाजपा के नेताओं और प्रवक्ताओं के साथ की कई पत्रकारों को भी निशाना बनाया जा रहा था। इसको लेकर लगातार कई शिकायतें लखनऊ के अलग-अलग थानों में दी गई थी।