Manipur Violence: अमित शाह की मणिपुर हिंसा पर लगातार बैठकें, किसी भी कीमत पर शांति बहाली के दिए निर्देश

Date:

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार देर शाम इंफाल पहुंचने के बाद कई बैठक कीं. मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के मंत्रिमंडल के अलावा, उन्होंने राज्यपाल, सुरक्षा बलों और प्रशासन के अधिकारियों से भी मुलाकात की.

गुवाहाटी: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मणिपुर कैबिनेट के साथ मंगलवार देर शाम हुई बैठक में पांच अहम फैसले लिए गए. सूत्रों के अनुसार, इन निर्णयों को शांति प्रक्रिया के तहत पूरे राज्य में तुरंत लागू किया जाएगा. इन फैसलों से राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने में मदद मिलने की उम्मीद है, जहां हिंसा भड़कने के बाद 3 मई से कर्फ्यू लगा हुआ है और इंटरनेट को निलंबित कर दिया गया है. सूत्रों ने कहा कि अमित शाह ने कुकी आदिवासी नेताओं के साथ एक बैठक में केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा हिंसा की जांच की भी बात कही है.

सूत्रों के मुताबिक, मंत्रिपरिषद की बैठक में कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने, राहत कार्यों में तेजी लाने, जातीय संघर्ष में मारे गए लोगों के परिवारों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने और अफवाहों को दूर करने के लिए बीएसएनएल की टेलीफोन लाइन फिर से खोलने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया. सूत्रों ने कहा कि अमित शाह ने अधिकारियों को राज्य में शांति भंग करने वाली गतिविधियों से सख्ती से निपटने का निर्देश दिया है.

मंगलवार देर शाम इंफाल पहुंचने के बाद अमित शाह ने कई बैठक कीं. मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के मंत्रिमंडल के अलावा, उन्होंने राज्यपाल, सुरक्षा बलों और प्रशासन के अधिकारियों से भी मुलाकात की. उन्‍होंने इंफाल में एक सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता की और राजनीतिक नेताओं से राज्य में सामान्य स्थिति और सांप्रदायिक सद्भाव लाने में मदद करने की अपील की. उन्होंने कहा कि केंद्र शांति लाने की पूरी कोशिश कर रहा है. अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, “इम्फाल में मणिपुर पुलिस, सीएपीएफ और भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में मणिपुर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की. मणिपुर की शांति और समृद्धि हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है और उन्हें शांति भंग करने वाली किसी भी गतिविधि से सख्ती से निपटने का निर्देश दिया.”

आदिवासियों के लिए एक अलग राज्य के लिए 10 आदिवासी विधायकों की मांग के संदर्भ में अमित शाह ने कहा कि मणिपुर की क्षेत्रीय अखंडता किसी भी कीमत पर प्रभावित नहीं होगी. सूत्रों ने कहा कि आदिवासी बहुल चुराचांदपुर में एक बैठक के दौरान गृह मंत्री ने नेताओं से हिंसा को रोकने में सक्रिय भूमिका निभाने का अनुरोध किया और कहा कि जल्द से जल्द एक राजनीतिक समाधान किया जाएगा.

सूत्रों ने कहा कि हिंसा की केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा जांच का आश्वासन देते हुए, अमित शाह ने उन्हें यह भी बताया कि राज्य के आदिवासी समुदायों के लिए जल्द ही 20 टन चावल की राहत सामग्री दी जाएगी. सूत्रों ने कहा कि चुराचांदपुर में आदिवासी नेताओं, बुद्धिजीवियों और प्रमुख आदिवासी नागरिकों के साथ घंटे भर की बंद कमरे में चली चर्चा में अमित शाह ने राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए अपनी राय भी रखी, जो एक महीने से अधिक समय से हिंसा का गवाह है.

अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में आयोजित आदिवासी एकजुटता मार्च के साथ लगभग एक महीने पहले शुरू हुए जातीय संघर्ष में 80 से अधिक लोग मारे गए हैं. इससे पहले आरक्षित वन भूमि से कुकी ग्रामीणों को बेदखल करने को लेकर एक और संघर्ष हुआ था.

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Share post:

Popular

More like this
Related

भारत के शतरंज सितारे डी. गुकेश के बारे में 10 अनसुनी बातें

डी. गुकेश ने बहुत कम उम्र में अंतरराष्ट्रीय शतरंज...

Pakistan PM Finally Acknowledges India’s BrahMos Missile Strike on Air Bases

In a major revelation that has stunned the international...
en_USEnglish