प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रोजगार मेले के तहत सरकारी विभागों और संगठनों में शामिल नए भर्ती हुए युवाओं को 70,000 से अधिक नियुक्ति पत्र वितरित किए।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रोजगार मेले के तहत सरकारी विभागों और संगठनों में शामिल नए भर्ती हुए युवाओं को 70,000 से अधिक नियुक्ति पत्र वितरित किए। इस कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए पार्टी पर फोन बैंकिंग घोटाले का आरोप भी लगाया। लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान जब देश विकास की तरफ बढ़ रहा है तो एक सरकारी कर्मचारी के तौर पर इसमें योगदान देना गर्व की बात है। भारत के लोगों ने देश को विकसित बनाने का संकल्प ले लिया है। आने वाले 25 साल भारत के लिए महत्वपूर्ण हैं।
छोटे-छोटे बैंकों को मिलाकर एक बड़े बैंक की स्थापना
पीएम मोदी ने कहा कि फोन बैंकिंग घोटाला ने बैंकिंग क्षेत्र की रीढ़ की हड्डी को तोड़ दी है। उन्होंने बताया कि साल 2014 में हमने बैंकिंग क्षेत्र को पुनर्जीवित करना शुरू किया। हमने देश के सरकारी बैंकों के प्रबंधन को मजबूत किया। छोटे-छोटे बैंकों को मिलाकर एक बड़े बैंक की स्थापना की गई। सरकार ने दिवालिया संहिता लागू किया, जिससे कि अगर कोई भी बैंक भविष्य में बंद होता है तो उन्हें कम नुकसान का सामना करना पड़े।
कांग्रेस पर लगाया फोन बैंकिंग घोटाला का आरोप
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रोजगार मेले को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने बताया कि मौजूदा समय में भारत का बैंकिंग सेक्टर दुनिया में सबसे मजबूत माना जाता है। यह स्थिति नौ साल पहले तक नहीं थी। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में बैंकिंग सेक्टर में भारी तबाही देखने को मिली थी। उन्होंने कहा कि आज हम डिजिटल लेनदेन करने में सक्षम है, लेकिन नौ साल पहले तक मोबाइल बैंकिंग 140 करोड़ आबादी के लिए नहीं थी।
कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जो लोग पिछली सरकार के करीबी थे उन्हें एक फोन कॉल पर बैंकों से हजारो करोड़ों के लोन दिए जाते थे, जिसका भुकतान आजतक नहीं किया गया है। पिछली सरकार में यह फोन बैंकिंग घोटाला अबतक के सबसे बड़े घोटालों में से एक था।
किरेन रिजिजू ने की पीएम मोदी की सराहना
केंद्र मंत्री किरेन रिजिजू ने पीएम मोदी की सराहना करते हुए कहा कि रोजगार मेला पीएम मोदी द्वारा 10 लाख सरकारी नौकरियां पैदा करने और संबंधित पदों पर योग्य लोगों को नियुक्त करने के वादे का हिस्सा है। हम इसे सिर्फ एक नौकरी नहीं बल्कि राष्ट्र की सेवा मानते हैं।