Wrestlers Protest: सोनीपत महापंचयत में पहलवानों ने दिया सरकार को 15 जून तक का अल्टीमेटम – ब्रजभूषण को गिरफ्तार करो वरना ना एशियन गेम्स में जाएंगे, ना पीछे हटेंगे, जंतर मंतर पर फिर से देंगे धरना

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WFI के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवान मोर्चा संभाले हुए हैं। अब साक्षी मलिक ने एशियन गेम्स में खेलने पर कहा कि तब तक वे नहीं लौटेंगे, जब तक पूरा मामला ठीक नहीं हो जाता।

नई दिल्ली: WFI के अध्यक्षबृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे भारत के शीर्ष पहलवानों ने मांग पूरी नहीं होने पर इस साल एशियाई खेलों का बहिष्कार करने की धमकी दी है। 2016 के ओलिंपिक पदक विजेता पहलवान साक्षी मलिक ने कहा- हम एशियाई खेलों में तभी भाग लेंगे जब इन सभी मुद्दों का समाधान हो जाएगा। आप नहीं समझ सकते कि हम मानसिक रूप से हर दिन किस दौर से गुजर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख और भाजपा सांसद पर कई गंभीर आरोपों के तहत मामला भी दर्ज किया जा चुका है।

मलिक और बजरंग पुनिया सहित प्रदर्शनकारी पहलवानों ने आज हरियाणा के सोनीपत में खाप नेताओं के साथ महापंचायत की। पुनिया ने कहा कि पहलवान महापंचायत में खाप नेताओं के साथ सरकार के साथ अपनी चर्चा का विवरण साझा करेंगे। पहलवानों के बीच फूट की खबरों पर मलिक ने कहा- मैं एक बात स्पष्ट करना चाहती हूं, मैं, बजरंग और विनेश (फोगट) एक हैं और एक ही रहेंगे।

बुधवार को पांच घंटे चली बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रदर्शनकारी पहलवानों को लिखित प्रस्ताव पेश किया। प्रस्ताव ने पहलवानों को 15 जून तक कुश्ती महासंघ के प्रमुख की जांच का आश्वासन दिया, लेकिन उनकी गिरफ्तारी का उल्लेख नहीं किया। मलिक ने कहा- 15 जून के बाद हम तय करेंगे कि फिर से विरोध कहां शुरू करना है।

पहलवान दो महीने से अधिक समय से राष्ट्रीय राजधानी में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। वे कुश्ती महासंघ के प्रमुख और यौन उत्पीड़न के आरोपी भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह को हटाने और गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस शुक्रवार को एक महिला पहलवान के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच के तहत कुश्ती संघ के प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के कार्यालय भी गई। सिंह के आधिकारिक आवास में भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) का कार्यालय है।

पहलवान के साथ महिला पुलिसकर्मी भी थीं। वे दोपहर 1.30 बजे डब्ल्यूएफआई कार्यालय पहुंचे और वहां आधा घंटा बिताया। इस दौरान पहलवान को कथित उत्पीड़न के दृश्य को फिर से बनाने और उन जगहों को याद करने के लिए कहा गया, जहां उसने खुद को परेशान महसूस किया था। पुलिस के जाने के कुछ घंटों बाद पहलवान विनेश फोगट ने मीडिया रिपोर्टों पर अपनी निराशा व्यक्त की। उन्होंने ट्विटर लिखा- दावा किया गया था कि पहलवान समझौता करने के लिए डब्ल्यूएफआई कार्यालय पहुंचे थे।

उन्होंने लिखा- बृजभूषण की यही ताकत है। वह अपने बाहुबल, राजनीतिक ताकत और झूठे नैरेटिव चलवाकर महिला पहलवानों को परेशान करने में लगा हुआ है, इसलिए उसकी गिरफ्तारी जरूरी है। पुलिस हमें तोड़ने की बजाए उसको गिरफ्तार कर ले तो इंसाफ की उम्मीद हैं वर्ना नहीं। महिला पहलवान पुलिस इन्वेस्टीगेशन के लिए क्राइम साईट पर गई थीं, लेकिन मीडिया में चलाया गया कि वे समझौता करने गई हैं। पुलिस ने कहा कि आरोपों की चल रही जांच के तहत विशेष जांच दल (एसआईटी) ने 180 से अधिक लोगों से पूछताछ की है।

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