पुणे: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पुणे में लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किए गए। इस कार्यक्रम में एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी मौजूद रहे। शरद पवार के साथ सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने मंच साझा किया।
मध्यम वर्ग और पेशेवरों के जीवन की गुणवत्ता को लेकर बहुत गंभीर: पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुणे मेट्रो फेज-I के दो गलियारों के पूर्ण खंडों पर सेवाओं के उद्घाटन के अवसर पर मेट्रो ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। उन्होंने पुणे में शिवाजी नगर पुलिस मुख्यालय में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।
पुणे के शिवाजी नगर पुलिस मुख्यालय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यहां लगभग 15,000 करोड़ रुपए की परियोजनाओं की आधारशिला रखी गई है, हजारों परिवारों को उचित घर मिला है। हमारी सरकार शहर में मध्यम वर्ग और पेशेवरों के जीवन की गुणवत्ता को लेकर बहुत गंभीर है। हमारी सरकार लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने की दिशा में काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि एक तरफ हम पुणे में विकास होते देख सकते हैं और दूसरी तरफ हम देख सकते हैं कि बेंगलुरु में क्या हो रहा है। बेंगलुरु एक प्रमुख आईटी हब है, वहां तेजी से विकास होना चाहिए था लेकिन वहां जिस प्रकार की घोषणाएं करके सरकार बनाई गई उसके दुष्परिणाम इतने कम समय में आज पूरा देश देख रहा है…कर्नाटक सरकार खुद मान रही है कि उनके पास बेंगलुरु या कर्नाटक के विकास के लिए पैसे नहीं हैं और यही हाल राजस्थान का भी है, वहां कर्ज बढ़ता जा रहा है और कोई विकास कार्य नहीं हो रहा है।
‘भारत को जोड़ने के लिए तिलक ने परंपराओं को पोषित किया’
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, “तिलक जी ने आज़ादी की आवाज़ को बुलंद करने के लिए पत्रकारिता और अखबार की अहमियत को भी समझा। लोकमान्य तिलक ने परंपराओं को भी पोषित किया था। उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज के साहस और आदर्शों की ऊर्जा से समाज को भरने के लिए शिव जयंती आयोजन शुरू किया। उन्होंने समाज को जोड़ने के लिए सार्वजनिक गणपति महोत्सव की नींव डाली।
पीएम ने कहा कि भारत की आज़ादी में लोकमान्य तिलक की भूमिका को, उनके योगदान को कुछ घटनाओं और शब्दों में नहीं समेटा जा सकता है। अंग्रेजों ने धारणा बनाई थी कि भारत की आस्था, संस्कृति, मान्यताएं, ये सब पिछड़ेपन का प्रतीक हैं। लेकिन तिलक जी ने इसे भी गलत साबित किया। लोकमान्य तिलक ने टीम स्पिरिट के, सहभाग और सहयोग के अनुकरणीय उदाहरण भी पेश किए।
पीएम ने नमामि गंगे परियोजना के लिए समर्पित की पुरस्कार राशि
पीएम मोदी ने मंच पर अपने संबोधन की शुरुआत लोकमान्य तिलक को श्रद्धांजलि देकर की। उन्होंने कहा, “आज हम सबके आदर्श और भारत के गौरव बाल गंगाधर तिलक जी की पुण्यतिथि है। साथ ही, आज अण्णाभाऊ साठे की जन्मजयंती भी है। उन्होंने लोकमान्य तिलक नेशनल अवार्ड को 140 करोड़ देशवासियों को समर्पित किया और कहा कि पुरस्कार राशि नमामि गंगे परियोजना के लिए दान देंगे।