केजरीवाल के साथ हो रहा है अन्याय- कपिल सिब्बल
चुनी सरकार को होना चाहिए काम करने का अधिकार- केजरीवाल
भाजपा का असली नाम भारतीय जुगाड़ पार्टी- भगवंत मान
आम आदमी पार्टी ने इस महारैली में दूसरे दलों के नेताओं को आमंत्रित नहीं किया है। इसमें केवल दिल्ली के लोगों को बुलाया गया है।
नई दिल्ली: दिल्ली सरकार में अधिकारियों की नियुक्ति और तबादले को लेकर केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश के विरोध में आम आदमी पार्टी की ओर से आज रविवार को रामलीला मैदान में महारैली का आयोजन किया गया। इस महारैली के जरिये आप ने शक्ति प्रदर्शन किया।
दिल्ली में आठ वर्ष से सत्तासीन आप की यह पहली महारैली है। इसे सफल बनाने के लिए पार्टी ने पूरी ताकत झोंक दी। महारैली में आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता शामिल हुए।
75 साल बाद ऐसा पीएम, जो SC के निर्णय को नहीं मानता- केजरीवाल
सीएम केजरीवाल ने प्रधानमंत्री पर हमला बोलते हुए कहा कि 75 साल बाद ऐसा पीएम, जो कहता है कि मैं सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को नहीं मानूंगा। भारत के संविधान के परखच्चे उड़ा दिए, ये कहते हैं कि दिल्ली की जनता नहीं, एलजी सुप्रीम होगा।
बीजेपी वाले रोज मेरा अपमान करते हैं। गंदी-गंदी गाली देते हैं, मुझे परवाह नहीं, मैं गाली नहीं देता, ये मेरे संस्कार नहीं, लेकिन आपके वोट के अपमान को बर्दास्त नहीं कर सकता। अंदर से पता चल रहा है जैसा अध्यादेश दिल्ली में लागू किया, यही अध्यादेश, पंजाब, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के लिए लाया जाएगा।
‘चुनी सरकार को होना चाहिए काम करने का अधिकार- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि ये लोग हमें दिल्ली में काम नहीं करने दे रहे हैं। हम कहते हैं कि मोदी जी देश को संभालो, हमें दिल्ली में काम करने दो। ये पहले कहते हैं कि 2000 का नोट आएगा और 5 साल बाद कहते हैं कि ये नोट अब जायेगा।
मैंने बिजली माफ कर दी, तो यह कहते हैं कि केजरीवाल रेवड़ी बांट रहा है। मैं कहता हूं कि मैंने चार रेवड़ी गरीब के हाथ पर रख दी तो क्या हो गया है। इन्होंने तो पूरा का पूरा रेवड़ी का टोकरा ही अपने दोस्त को दे दिया है। केजरीवाल ने इस बार फिर चौथी पास राजा की कहानी सुनाई। कहा कि इस कहानी में राजा तो है रानी नहीं है।
अध्यादेश को वापस कराकर रहेंगे – केजरीवाल
लंबी लड़ाई के बाद 11 मई को सुप्रीम कोर्ट ने आप को न्याय दिया था और आठ दिन बाद मोदी जी ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलट दिया। देश में जनतंत्र खत्म हो रहा है, इसे ही तानाशाही कहते है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा है कि जनता सुप्रीम है। मैं पूछता हूं कि क्या सुप्रीम कोर्ट का फैसला गलत है। मोदी जी का अध्यादेश कहता है कि दिल्ली में अब तानाशाही चलेगी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी कहते हैं कि दिल्ली की सरकार मैं ही चलाऊंगा। ये कहते हैं कि दिल्ली की जनता के वोट की कोई कीमत नहीं है। ये भाजपा वाले रोज मुझे गंदी-गंदी गालियां देते हैं, मैं कुछ नहीं बोलता हूं। मगर इस बार इन्होंने जो जनता का अपमान किया है इसे बर्दाश्त नहीं करूंगा। इस अध्यादेश को वापस करा कर ही रहेंगे। पूरे देश से कहना चाहता हूं कि यह केवल दिल्ली के लिए ही नहीं है, यही अध्यादेश दूसरे राज्यों के लिए भी लाया जाएगा।