Biperjoy Cyclon: बस ‘कुछ घंटों बाद’ गुजरात के तट से टकराएगा,गुजरात-राजस्थान के कई जिलों में रेड अलर्ट घोषित

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नई दिल्ली: भीषण चक्रवाती तूफान बिपरजॉय के आज शाम गुजरात के तट से टकराने की संभावना है. इसकी दिशा बदल गई है. ऐसे में गुजरात के लिए खतरा बढ़ा है. पहले बिपरजॉय पाकिस्तान के समुद्री तट की तरफ बढ़ रहा था, लेकिन अब थोड़ा पूरब की ओर मुड़कर ये उत्तरी गुजरात तट की तरफ जा रहा है. साइक्लोन 15 जून की शाम को जखाऊ पोर्ट के पास तट से टकराएगा. उस समय समुद्री हवाओं की रफ्तार 125 से 135 किलोमीटर से लेकर 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक रह सकती है. अभी तट से इसकी दूरी लगभग 200 किलोमीटर दूर बताई जा रही है.

बिपरजॉय से जुड़ी अहम जानकारियां:
गुजरात में तूफान से सबसे अधिक कच्छ के प्रभावित होने की संभावना है. कच्छ में समंदर के किनारे एकदम सन्नाटा पसरा हुआ है. तूफ़ान से डरे लोग जल्द से जल्द समंदर से दूर जा रहे हैं. तेज हवाओं के साथ भारी बारिश भी इस क्षेत्र में हो रही है. गुजरात के कच्छ से अब तक करीब 74 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. 9 कस्बे पूरी तरह बंद कर दिए गए हैं, हजारों लोगों को शेल्टर होम में रखा गया है.

एनडीआरएफ की 19 टीमों को तैनात किया गया है. कुल मिला कर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की 30 टीमें तैनात की गईं हैं. बीएसएफ भी आने वाले वक्त की चुनौती के लिए तैयार है. यह तूफान गुजरात होते हुए राजस्थान की ओर बढ़ेगा. पश्चिमी रेलवे ने करीब 95 ट्रेनें रद्द की हैं. स्कूल बंद कर दिए गए हैं. तेल उत्खनन के सभी कुएं और बंदरगाह बंद कर दिए गए हैं. आकाशवाणी ने अपने टावर को हटा लिया है.

मौसम विभाग के डीजी एम महापात्रा ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा है कि हमने साइक्लोन जखाऊ पोर्ट के पास 15 जून की शाम को एक अति प्रचंड चक्रवाती तूफान बनकर तट से टकराने का जो पूर्वानुमान जारी किया है, हम उस पर कायम हैं. साइक्लोन 15 जून की शाम को (4pm से 8pm के बीच) जखाऊ पोर्ट के पास तट से टकराएगा. उस समय समुद्री हवाओं की रफ्तार 125 से 135 किलोमीटर से लेकर 150 किलोमीटर प्रति घंटे तक रह सकती है.

गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को तेलंगाना का दौरा रद्द कर दिया है. मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने के मौके पर तेलंगाना में उनका कार्यक्रम होने वाला था. अमित शाह की तीन सभाएं होने वाली थी. गुरुवार को गृह मंत्री अमित शाह गृह मंत्रालय में ही मौजूद रह कर तूफान के हालात पर नजर रखेंगे.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को तीनों सेना प्रमुखों से बात की और चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के प्रभाव से निपटने के लिए सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की. तैयारियों की समीक्षा करने के बाद सिंह ने कहा कि सशस्त्र बल चक्रवात के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने में हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं.

चक्रवात के भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय सीमा से गुजरने की संभावना व्यक्त की गई है. अंतर्राष्ट्रीय सीमा की रक्षा करने के साथ-साथ सीमा सुरक्षा बल द्वारा बचाव कार्यों के लिए आवश्यक संसाधन की उपलब्धता भी सुनिश्चित की गई है. सिविल अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित किया गया है और सिविल प्रशासन तथा स्थानीय लोगों को सभी प्रकार की आवश्यक सहायता के लिए कार्य योजना सुनिश्चित की जा रही है.

राजस्थान की मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा है कि राजस्थान सरकार बिपरजॉय चक्रवाती तूफान से बचाव को लेकर पूरी तरह से तैयार है.उन्होंने कहा कि किसी भी हालात से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एस डी आर एफ) की 17 टीम नियुक्त की गई हैं और 30 टीम को तैयार रहने को कहा गया है, जहां कहीं भी इसकी जरूरत होगी, वहां इन्हें भेजा जाएगा.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने बुधवार को चक्रवात ‘बिपारजॉय’ से निपटने के लिए कच्छ में की जा रही तैयारियों की समीक्षा की. उन्होंने कच्छ जिले के सरकारी अस्पतालों, ट्रस्ट द्वारा संचालित अस्पतालों और क्षेत्र के अन्य अस्पतालों में ऑक्सीजन, वेंटिलेटर आदि की उपलब्धता की भी समीक्षा की.

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