मणिपुर: मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के मामले में अब तक 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। चारों आरोपियों को आज कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें 11 दिन पुलिस कस्टडी में सौंपा है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा है कि सरकार सभी आरोपियों को मौत की सजा दिलाने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी। इस बीच कोलकाता में एक रैली को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- आपने ‘बेटी बचाओ’ का नारा दिया था, अब आपका नारा कहां है। आज मणिपुर जल रहा है, पूरा देश जल रहा है।
ममता बोलीं- कब तक बेटियां जलाई जाएंगी
ममता ने कहा- मैं पीएम मोदी से पूछना चाहती हूं कि क्या मणिपुर की घटना से आपको थोड़ा भी दुख नहीं हुआ? आप पश्चिम बंगाल पर उंगली उठाते हैं, लेकिन क्या आपको बहनों और मांओं के लिए प्यार नहीं है? कब तक बेटियां जलाई जाएंगी, दलित और अल्पसंख्यक लोग मारे जाएंगे? हम मणिपुर नहीं छोड़ेंगे, पूर्वोत्तर की बहनें हमारी बहनें हैं।
ममता ने आगे कहा- बिलकिस बानो के मामले में आरोपियों को जमानत पर रिहा कर दिया गया। पहलवानों के मामले में (बृजभूषण शरण सिंह) जमानत दे दी गई। देश की महिलाएं आने वाले चुनाव में आपको देश की राजनीति से बाहर कर देंगी।
4 मई को कांगपोकपी जिले में हुई थी घटना
महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने की घटना 4 मई को राजधानी इंफाल से लगभग 35 किलोमीटर दूर कांगपोकपी जिले में हुई थी। इसका वीडियो 19 जुलाई (बुधवार) को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि कुछ लोग दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके ले जा रहे हैं और उनसे अश्लील हरकतें कर रहे हैं।
मणिपुर की घटना पर किसने क्या कहा
शिवसेना (ठाकरे गुट) के नेता आदित्य ठाकरे ने कहा- घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। मणिपुर सरकार को भंग किया जाना चाहिए और वहां राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए।
सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा कि भाजपा आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है? सरकार ज्यादातर जरूरी मुद्दों पर चुप क्यों है?
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि समाज में हिंसा का सबसे ज्यादा दंश महिलाओं और बच्चों को झेलना पड़ता है।
सुप्रीम कोर्ट बोला- सरकार कदम उठाए, वरना हम उठाएंगे
महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वीडियो देखकर हम बहुत परेशान हुए हैं। हम सरकार को वक्त देते हैं कि वो कदम उठाए। अगर वहां कुछ नहीं हुआ तो हम कदम उठाएंगे।
CJI डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि सांप्रदायिक संघर्ष के दौरान महिलाओं का एक औजार की तरह इस्तेमाल कभी स्वीकार नहीं किया जा सकता। यह संविधान का सबसे घृणित अपमान है। मामले में अगली सुनवाई 28 जुलाई को होगी।
फेसबुक-ट्विटर पर वीडियो शेयर करने पर रोक
न्यूज एजेंसी ANI ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया है कि सरकार ने फेसबुक-ट्विटर और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को निर्वस्त्र महिला की वीडियो को शेयर न करने का आदेश दिया है। आदेश का उल्लंघन होने पर केंद्र सरकार ट्विटर के खिलाफ एक्शन ले सकती है।
- मामले की FIR में क्या है…
- 4 मई की दोपहर करीब 3 बजे करीब 800-1000 लोग कांगपोकपी जिले में स्थित हमारे गांव बी. फीनोम में घुस आए। उन्होंने घरों में तोड़फोड़ की, घरों का फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक, बर्तन, कपड़े और नकदी लूटने के बाद घरों में आग लगा दी।
- हमें संदेह है कि हमलावर मैतेई युवा संगठन, मैतेई लीपुन, कांगलेइपाक कनबा लुप, अरामबाई तेंगगोल, विश्व मैतेई परिषद और अनुसूचित जनजाति मांग समिति से थे।
- हमलावरों के डर से कई लोग जंगल की ओर भाग गए, उन्हें नोंगपोक सेकमाई पुलिस ने बचाया। हमलावरों के पास कई हथियार भी थे। उन्होंने सभी लोगों को पुलिस की हिरासत ले छुड़ा लिया।
- उन्हें 56 साल के सोइटिंकम वैफेई की हत्या कर दी। इसके बाद तीन महिलाओं को कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया।
- हमलावरों ने महिलाओं के साथ गैंगरेप किया। एक महिला के भाई ने अपनी बहन को बचाने की कोशिश की, लेकिन हमलावरों ने उसकी हत्या कर दी।