राजस्थान प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए 9 नवंबर की अंतिम तारीख थी। लेकिन नामांकन तिथि की अंतिम तारीख पूरी होने के बाद भी यही सामने आया है कि बीजेपी- कांग्रेस के कई बागियों ने अपना नाम वापस नहीं लिया। लिहाजा ये उम्मीदवार दोनों पार्टियों की मुश्किलें बढ़ा सकती है।
जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए गुरुवार को दोपहर 3 बजे नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि पूरी हो गई। इसके बाद अब राजस्थान में 200 विधानसभा सीटों पर खड़े उम्मीदवारों की स्थिति साफ हो चुकी है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार राजस्थान में कुल 3432 नामांकन दाखिल हुए। इनमें 392 रिजेक्ट हुए है। जबकि 2576 नामांकन स्वीकृत किए गए हैं। आज नामांकन लेने की अंतिम तिथि पर विभिन्न उम्मीदवारों ने 464 फॉर्म वापस लिए। ऐसे में कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों ने बागी उम्मीदवारों को काफी मनाने का प्रयास किया। लेकिन इनमें से कुछ उम्मीदवार तो माने, लेकिन कई उम्मीदवार चुनाव लड़ने के लिए अड़े रहे। अब दोनों ही पार्टी के बागी उम्मीदवार उनके लिए चुनाव में समीकरणों को बिगाड़कर सिर दर्द पैदा करेंगे। आइये चुनाव आयोग के आंकड़ों के बाद इस रिपोर्ट से बागी उम्मीदवारों की पूरी गणित समझने की कोशिश करते हैं…
दोनों ही दलों ने बागियों को मनाने के लिए खूब लगाए जोर
राजस्थान की कई बहुचर्चित विधानसभा सीटे हैं। जिन पर दोनों ही दलों के बागी उम्मीदवारों ने अपनी ताल ठोक दी है। इसके लिए दोनों ही दलों ने बागी उम्मीदवारों को मनाने के लिए काफी प्रयास किया। इसमें कुछ तो माने, लेकिन कुछ अभी भी चुनाव मैदान में डटे हुए हैं। इस मामले में कांग्रेस 4 बागी उम्मीदवारों को मनाने में कामयाब रही है। जबकि बीजेपी महज एक उम्मीदवार को ही मैदान से हटने के लिए मना सकी है। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि के बाद दोनों ही पार्टियों को अपने बागी उम्मीदवारों से भी चुनौती का सामना करना पड़ेगा। जो उनकी समीकरणों को निश्चित रूप से प्रभावित करेंगे।
कांग्रेस में इन विधानसभा सीटों पर टिके हैं बागी उम्मीदवार
कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने के बाद इन्हीं की पार्टी की कई बागी उम्मीदवारों ने निर्दलीय चुनाव की ताल ठोक दी है। इसके चलते कांग्रेस ने इन उम्मीदवारों को मनाने की काफी कोशिश की। इसके बावजूद सरदारशहर, हिंडौन सिटी, मनोहर थाना, नागौर, पुष्कर, नगर, चौरासी, बिछीवाड़ा, सिवाना, राजगढ़ लक्ष्मणगढ़ विधानसभा में कांग्रेस के बागी उम्मीदवार अभी चुनाव मैदान में है। जिन्होंने अपना फार्म वापस नहीं लिया।
कांग्रेस ने इन विधानसभाओं पर मनाया बागी उम्मीदवारों को
कांग्रेस ने अपने बागी उम्मीदवारों को मनाने में भरसक प्रयास किया। लेकिन चर्चित सीटों में से चार विधानसभा सीटों पर ही बागी उम्मीदवारों को मनाने में सफलता मिली है। इनमें मसूदा, बड़ी सादड़ी, अजमेर साउथ और सूरसागर विधानसभा शामिल है।
बीजेपी में बागी 14 उम्मीदवार चुनावी मैदान में
विधानसभा चुनाव में बीजेपी का टिकट नहीं मिलने से यहां भी कई बागी उम्मीदवार चुनावी मैदान में है। हालांकि भाजपा ने भी इन्हें मनाने की काफी कोशिश की। लेकिन बीजेपी में टिकट को लेकर ज्यादा रोष दिखाई दिया। नामांकन की अंतिम तिथि के बाद अभी भी 14 बागी उम्मीदवार बीजेपी के लिए चुनौती बन गए हैं। इनमें सांचौर, बस्सी, चित्तौड़गढ़, कोटपूतली, शिव, सूरतगढ़, डीडवाना, बयाना, लाडपुरा, खंडेला, पिलानी और फतेहपुर विधानसभा सीट शामिल है। जहां अभी भी बागी उम्मीदवार चुनाव मैदान में डटे हुए हैं।
बीजेपी केवल एक ही उम्मीदवार को मना पाई
इस विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण को लेकर बीजेपी में गहरा आक्रोश देखने को मिल रहा है। बीजेपी ने बागी उम्मीदवारों को मनाने के लिए काफी प्रयास किया। लेकिन सभी प्रयास असफल रहे। इस दौरान केवल एक उम्मीदवार को बीजेपी मना पाई है। जिसमें जयपुर की झोटवाड़ा सीट हैं। जहां वसुंधरा के करीबी राजपाल सिंह शेखावत का टिकट काटा गया। इस पर शेखावत में निर्दलीय नामांकन दाखिल किया था। लेकिन गुरुवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उन्हें फोन कर मना लिया। इसके बाद उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया हैं।