मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में चल रही सियासी बयानबाजी के बीच एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि देश में जातिगत जनगणना की जाए ताकि उसी ढंग से आरक्षण का लाभ जनता को मिल सके। कई बार ऐसे मामले आते हैं कि ओबीसी वर्ग के युवाओं को 21 प्रतिशत आरक्षण होते हुए भी आरक्षण का लाभ नहीं मिल पाता है।
जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी ने प्रधानमंत्री जी को पत्र लिख दिया है कि आप देश में जातिगत जनगणना करवाएं। कांग्रेस ने रायपुर अधिवेशन में प्रस्ताव भी पास कर दिया कि जाति आधारित जनगणना होनी चाहिए। इससे लोगों को आरक्षण व्यवस्था का सही लाभ मिल सकेगा। जनसंख्या के अनुपात ज्यादा होने पर उस वर्ग के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए बल्कि उन्हें ज्यादा अवसर मिलना चाहिए। सीएम गहलोत ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा वंचित वर्गों को आगे बढाने का प्रयास किया है। एससी के आरक्षण को 8 से बढाकर 16 प्रतिशत और एसटी के आरक्षण को 6 से बढाकर 12 प्रतिशत किया था। वर्ष 1998 में ओबीसी का आरक्षण ढंग से लागू हो पाया और पहली बार 21 प्रतिशत आरक्षण देने की शुरुआत की गई। अब आर्थिक रूप से पिछले सामान्य वर्ग को भी 10 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है। सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि जातिगत जनगणना हो ताकि उसी ढंग से सभी जाति और धर्म के लोगों को लाभ मिल सके।
ओबीसी कमिशन रिव्यू करे ताकी आरक्षण को कोटा बढ सके
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि ओबीसी कमिशन को ओबीसी वर्ग को वर्तमान में मिल रहे आरक्षण पर रिव्यू करना चाहिए। कई बार ऐसे मामले आते हैं कि ओबीसी वर्ग के युवाओं को 21 प्रतिशत आरक्षण होते हुए भी आरक्षण का लाभ नहीं मिल पाता है। ऐसे में इस सिस्टम पर नए सीरे से रिव्यू होना चाहिए। अगर ओबीसी वर्ग के आरक्षण सीमा को बढाना है तो बताया चाहिए कि कितना प्रतिशत बढाना है। साथ ही अनुसूचित जाति, जनजाति के लोग भी आरक्षण कोटा बढाने की मांग करते हैं। यह सभी निर्णय कमिशन के जरिए होने चाहिए। ऐसे मामलों में राजनीति नहीं होनी चाहिए। किसी को माहौल खराब करने की जरूरत नहीं है।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने युवा नौजवानों को दिया मताधिकार
देश में संचार क्रांति के जनक और ग्राम स्वराज के प्रणेता पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की पुण्य तिथि पर राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस श्रद्धांजलि सभा में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश प्रभारी सुखजिन्दर सिंह रंधावा, पीसीसी चीफ गोविन्द सिंह डोटासरा सहित कई नेताओं ने स्वर्गीय राजीव गांधी को नमन किया। सीएम गहलोत ने स्वर्गीय राजीव गांधी को याद करते हुए कहा कि जिस प्रकार से उनकी हत्या कई गई थी। उसने पूरे देश को झकझोर दिया था। वे महज 40 साल की उम्र में ही देश के प्रधानमंत्री बने थे और मुझे भी उनके साथ काम करने का मौका मिला। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि स्वर्गीय राजीव गांधी की सोच के कारण ही देश के नौजवानों को 18 साल की उम्र में वोट देने का हक मिला। उस दौरान कई लोगों ने कहा था कि नौजवान युवा हमेशा सत्ता के विरोध में होता है। अगर उन्हें मतदान का अधिकार मिलेगा सरकारें स्थिर नहीं रहेंगी लेकिन राजीव गांधी ने फैसला किया कि देश युवा नौजवानों को देश में सरकारें चुनने का अधिकार मिलना चाहिए और उन्होंने यह हक देश के नौजवानों को दिया।
एससी, एसटी, ओबीसी, अल्पसंख्यकों और महिलाओं को सबको उनका हक दिया
सीएम गहलोत ने कहा कि राजवी गांधी की दूरदृष्टि के कारण ही आज देश में अनुसूचित जाति, जनजाति, ओबीसी, अल्पसंख्यकों और महिलाओं को राजनीति में प्रतिनिधित्व करने का हक मिला है। वरना कोई सोच भी नहीं सकता था कि एक दलित भी पंच, सरपंच, प्रधान, प्रमुख और विधायक बन सकते हैं। दलितों को जो हक कांग्रेस ने दिया, उसी की वजह से दलित देश के ऊंचे ऊंचे पदों पर पहुंचे हैं। महिलाओं को बराबरी का हक दिया। उसी का परिणाम यह रहा कि आज गांव में महिलाएं पंचायती राज में प्रतिनिधित्व करती है। पहले उन्हें घर से बाहर नहीं निकलने दिया जाता था लेकिन कांग्रेस ने उन्हें भी आगे बढने और नेतृत्व करने का मौका दिया।