Rajasthan: मायावती की पार्टी BSP का ऐलान, विधानसभा चुनावों में प्रदेश की सभी 200 सीटों पर करेगी दावेदारी

Date:

राजस्थान बीएसपी इस बार सभी 200 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की योजना बना रही है। बीते चुनाव में बीएसपी ने 6 सीटें जीती थीं। हालांकि, पार्टी के सभी विधायकों ने बाद में सत्ताधारी कांग्रेस में विलय कर लिया था। इस बार लेकिन प्रदेश बीएसपी ने रणनीति में बदलाव किया है।

जयपुर: राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर भले ही अभी कुछ महीने बाकी हैं। बावजूद इसके सियासी पार्टियों ने तैयारियां तेज कर दी हैं। खास तौर से मायावती की पार्टी बीएसपी ने ऐसा ऐलान किया जो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की टेंशन बढ़ा सकता है। बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भगवान सिंह बाबा ने कहा कि पार्टी राजस्थान में सभी 200 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। हालांकि, उनका मुख्य फोकस नौ जिलों की 60 सीटों पर होगा। पार्टी इस पर खास ध्यान केंद्रित करेगी।

बीएसपी ने इसलिए किया दावेदारी का ऐलान
भगवान सिंह बाबा ने कहा कि बीएसपी का लक्ष्य ‘किसी भी पार्टी को बहुमत का आंकड़ा हासिल नहीं करने देना’ है। इस तरह राज्य में ‘पॉवर बैलेंस’ को सुनिश्चित करना है। बाबा ने टीओआई को बताया कि राजस्थान में कांग्रेस के साथ गठबंधन के बारे में पार्टी आलाकमान की ओर से कोई जानकारी नहीं मिली है। हम बीएसपी सुप्रीमो मायावती के आदेश के अनुसार काम करेंगे। अभी हम सभी 200 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं।

मायावती बढ़ाएंगी कांग्रेस की टेंशन
दरअसल, सीएम गहलोत ने बीएसपी को जोर का झटका देते हुए, पार्टी सभी छह विधायकों का कांग्रेस में विलय करा लिया था। बीएसपी के ये विधायक सितंबर 2019 में सत्तारूढ़ कांग्रेस में चले गए थे। ऐसे में राजस्थान बीएसपी ने इस बार खास तैयारी की है। पार्टी सुप्रीमो भगवान सिंह बाबा ने कहा कि पार्टी भरतपुर, धौलपुर, करौली, अलवर, दौसा, चूरू, झुंझुनू, हनुमानगढ़ और गंगानगर सहित नौ जिलों की 60 सीटों पर ध्यान केंद्रित करेगी। उन्होंने कहा कि हमने पहले भी इन जिलों में सीटें जीती हैं। इसलिए विधानसभा चुनाव में हम इन जिलों पर विशेष फोकस करेंगे।

‘BSP चली गांव के ओर’ अभियान पर फोकस
प्रदेश बीएसपी अध्यक्ष ने कहा कि हमारी तैयारी जारी है और हमारा लक्ष्य इतनी सीटें जीतने का है कि कोई भी पार्टी बहुमत का आंकड़ा हासिल नहीं कर सके। ऐसा करके हम राज्य में शक्ति संतुलन सुनिश्चित करना चाहते हैं। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए पार्टी प्रदेश के गांवों पर फोकस कर रही। पार्टी ‘BSP चली गांव के ओर’ अभियान चला रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी के सभी वरिष्ठ और जूनियर कार्यकर्ता लोगों को बसपा की विचारधारा के बारे में जागरूक करने में जुटे हैं। वो राज्य भर में कैडर को मजबूत करने के लिए गांवों और बूथों का दौरा कर रहे हैं।

जुलाई में कार्यकर्ता सम्मेलन, आकाश आनंद होंगे शामिल
मायावती के भतीजे और बीएसपी के राष्ट्रीय समन्वयक आकाश आनंद जुलाई में विधानसभा स्तर पर कार्यकर्ता सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। आकाश आनंद को राजस्थान सहित सभी चुनाव वाले राज्यों का प्रभारी बनाया गया है। इन सम्मेलनों के जरिए सभी विधानसभा क्षेत्रों में महंगाई, बेरोजगारी के मुद्दों पर जनसभाएं आयोजित की जाएंगी।

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

Share post:

Popular

More like this
Related

Rajasthan Election 2023: कांग्रेस को लगा बड़ा झटका, सीएम गहलोत के विश्वस्त दाधीच हुए भाजपा में शामिल

राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक...
en_USEnglish