अपने पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय राजेश पायलट की 23वीं पुण्यतिथि पर कांग्रेस विधायक और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने दौसा में श्रद्धांजलि देने के बाद जनसभा में कहा- मैं जनता से किए अपने वादे से पीछे नहीं हटूंगा, हर गलती सजा मांगती है।
दौसा: पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने अपने दिवंगत पिता स्वर्गीय राजेश पायलट को दौसा में श्रद्धांजलि दी। भंडाना में श्रद्धांजलि सभा करने के बाद सचिन पायलट ने गुर्जर छात्रावास पहुंचकर राजेश पायलट की मूर्ति का अनावरण किया। इस मौके पर हुई जनसभा को संबोधित करते हुए सचिन पायलट ने कहा, राजनीति में भ्रष्टाचार की कोई जगह नहीं है। हम भ्रष्टाचार मुक्त राजनीति चाहते हैं। हम स्वच्छ राजनीति चाहते हैं। मेरी राजनीतिक सोच स्पष्ट है। मैं अपने वादे से पीछे नहीं हटूंगा। मैंने हमेशा युवाओं के हित की बात की है।
सचिन पायलट ने सीएम अशोक गहलोत पर जुबानी तौर पर सियासी निशाना लगाते हुए कहा, हर गलती सजा मांगती है। उन्होंने कहा, पिताजी राजेश पायलट जी ने अपने जीवन में फौज की नौकरी की और लड़ाकू विमान उड़ाए। पाकिस्तान के दांत खट्टे किए और राजनीति में भी अपनी बात को हमेशा मुस्तैदी से रखा। उसी तरह की राजनीति की आज देश को जरूरत है, जिसमें बेबाकी से बोलना, सच्चाई और ईमानदारी का समर्थन करना, विपरीत परिस्थितियों में भी समझौता न करना शामिल है।
पिताजी ने कभी सिद्धांतों से समझौता नहीं किया – पायलट
दौसा जाने से पहले सचिन पायलट ने कहा, मेरे पूज्य पिताजी राजेश पायलट जी की पुण्यतिथि पर उन्हें हृदय से नमन करता हूं। अपनी कर्मभूमि से उनका जुड़ाव, जनता से अपनेपन का रिश्ता और जनकल्याण के प्रति उनकी समर्पित कार्यशैली मेरे लिए मार्गदर्शक हैं। उन्होंने जनहित को सर्वोपरि मानकर कभी भी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। उनके विचारों और आदर्शों का मैं सदैव अनुसरण करता रहूंगा।
सभा में भावुक हुए पायलट…
सचिन पायलट सभा में भावुक भी हो गए। उन्होंने कहा कि 23 साल पहले आज ही के दिन उनके पिता की सड़क दुर्घटना में मौत हुई थी। वह दृश्य आज भी मुझे याद है। सचिन पायलट ने कहा कि मैंने अपने पिता से राजनीति सीखी है। इस दौरान मंत्री मुरारी लाल मीणा, महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश, चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा, मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, विधायक ओम प्रकाश शुक्ला, विधायक जीआर खटाना, पूर्व विधायक पीआर मीणा सहित कई राजनीतिक हस्तियां और सैकड़ों लोग मौजूद रहें, जिन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री राजेश पायलट को पुष्पांजलि अर्पित कर याद किया।
भविष्य में निराशा दिखती है, इसलिए अब काम करने का मन नहीं करता
पायलट बोले मेरी लड़ाई करप्शन के खिलाफ है। पिताजी ने भी हमेशा नौजवानों के लिए काम किया था। उनके लिए जनहित के मामले सर्वोपरि होते थे। मैं पिता को अपना आदर्श मानता हूं और उनकी ही तरह अपने स्वाभिमान और आदर्शों से कभी समझौता नहीं करूंगा। पायलट ने कहा कि मेरी राजनीतिक सोच स्पष्ट है, लेकिन भविष्य में निराशा दिखती है। इसलिए अब काम करने का मन नहीं करता।
राजेन्द्र गुढ़ा को भाषण देने से रोका
मंच संचालन ने जब भाषण देने के लिए मंत्री राजेन्द्र गुढा का नाम पुकारा तो उसी दौरान सचिन पायलट खुद अपनी कुर्सी से उठे और गुढा के पास जाकर उनके कान में कुछ कहा। इसके बाद पायलट स्वयं भाषण देने के लिए आ गए। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम के बाद उन्हें अपने पैतृक गांव बैदपुरा जाना है। समय थोड़ा कम है इसलिए मैंने गुढ़ा जी को अपनी बात बताकर अपनी बात कहने के लिए आया हूं।