जयपुर: विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस के दौरान बिजली, पानी, शिक्षा और करप्शन के मुद्दों को लेकर कांग्रेस विधायकों ने ही सरकार को घेरा। सचिन पायलट समर्थक कांग्रेस विधायक सुरेश मोदी और हरीश मीना ने सरकार को कई मुद्दों पर खरी-खरी सुनाई। मीना ने सरकार के करप्शन के प्रति जीरो टोलरेंस के दावे पर सवाल उठाए। मोदी ने किसानों को बिजली नहीं मिलने का मुद्दा उठाते हुए सरप्लस बिजली के दावों पर सवालिया निशान लगा दिया। नीमकाथाना से कांग्रेस विधायक सुरेश मोदी ने कहा- किसानों को समय पर बिजली नहीं मिल पा रही है। सरकार दावा करती है कि हम बिजली में सरप्लस है, जब सरप्लस है तो फिर कहीं बिजली सप्लाई के तंत्र में गड़बड़ी है। मेरे यहां दो 33 केवी के ग्रिड सब स्टेशन के लिए पिछले चार साल से लगातार प्रयास कर रहा हूं। मंजूरी भी मिल गई, लेकिन फाइल पता नहीं कहां अटकी है, इसके आदेश कहां दबे पड़े हैं। मेरे क्षेत्र के अलावा कई जगह 33 केवी के सब स्टेशन बन गए। एक जगह तो फीडर से दूरी 48 किलोमीटर की है, जबकि नियमानुसार 9 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी नहीं होनी चाहिए।
जब सबसे ज्यादा जरूरत होती है, तब बिजली काट देते हैं
सुरेश मोदी ने कहा- किसानों को बिजली नहीं मिलने से फसलें जल रही हैं। किसानों को कम से कम छह घंटे बिजली तो देनी ही चाहिए। बिजली सप्लाई की व्यवस्था को फसल पकने तक अच्छी करें। पहले 22 घंटे टू फेस बिजली मिलती थी। अब शाम 6 से रात 10 बजे तक बिजली काट देते हैं। जब बिजली की सबसे ज्यादा जरूरत होती है, उस वक्त बिजली काटना बहुत गलत है, इससे सबको दिक्कत होती है। उन्होंने चिरंजीवी योजना में कई स्तर की खामियां हैं, जिन्हें सुधारना जरूरी है। कई निजी अस्पतालों में आप चिरंजीवी में इलाज करवाने जाते हैं तो जूनियर डॉक्टर इलाज करता है। गैर चिरंजीवी में है तो सीनियर डॉक्टर इलाज करता है।
BJP विधायक बोले- मजबूरी का नाम राजस्थान का गांधी
बहस के दौरान बीजेपी विधायक ज्ञानचंद पारख ने सरकार को जमकर घेरा। पारख ने कहा- राजस्थान का मुख्यमंत्री आज मजबूर है। अब तो कहावत बन गई कि मजूबरी का नाम राजस्थान का गांधी है। राजस्थान के मुख्यमंत्री को हमने इतना मजबूर कभी नहीं देखा। एक तो कोरोना और एक आपकी पार्टी का कोरोना, आपकी सांसें निकाल रहा है। ऐसे में प्रदेश को संभालना मुश्किल हो गया। हमने देश-प्रदेश की मजबूत कांग्रेस देखी है। कांग्रेस जो पाकिस्तान के दो टुकड़े करवाने का दंभ भरती है। वह आज देश के टुकड़े करने वाली टुकड़े-टुकड़े गैंग की गिरफ्त में है। राहुल गांधी की यात्रा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से ज्यादा टुकड़े -टुकड़े गैंग के लोग थे।
पारख ने कहा- तबादला पोस्टिंग में भारी करप्शन है। मुख्यमंत्री एक बार शिक्षकों के सम्मेलन में थे और वहां पूछा कि क्या ट्रांसफर के लिए पैसा देना पड़ता है, तो सभी शिक्षकों ने चिल्लाकर कहा कि देना पड़ता है। क्या मजबूरी है मुख्यमंत्री की,जब मुख्यमंत्री के सामने शिक्षक कह रहे हैं कि ट्रांसफर-पोस्टिंग में पैसा देना पड़ता है। हमने 1985 में उस कांग्रेस को देखा है जिसने दागी नेता चाहे कितना बड़ा हो उसका टिकट काट दिया था। आज उनके चंगुल में फंस रहे हो। कोई भी रिश्वत में पकड़ा जाता है तो कहता है कि ऊपर तक पैसा देना पड़ता है। यह ऊपर वाला कौन है? जिस दिन ऊपर वाला पैसा लेना बंद कर देगा, उस दिन नीचे भ्रष्टाचार अपने आप बंद हो जाएगा।
देवनानी बोले- सीएम लाचारी का अनुभव कर रहे
बहस के दौरान बीजेपी विधायक वासुदेव देवनानी ने सीएम अशोक गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट की खेमेबंदी को लेकर सरकार पर निशाना साधा। देवनानी ने कहा- मुख्यमंत्री और पूर्व डिप्टी सीएम की लड़ाई में जनता पिस रही है। अफसर मंत्रियों की नहीं मान रहे हैं, मंत्री विधायकों की नहीं मान रहे। स्तरहीन बयानबाजी हो रही है। इससे राजस्थान की छवि बिगड़ रही है। मुख्यमंत्री खुद लाचारी का अनुभव कर रहे हैं।