परबतसर के किसान सम्मेलन के बाद समर्थकों ने राजस्थान संग पायलट को ट्विटर पर ट्रेंड कराया, कई जिलों के दौरे पर हैं सचिन पायलट
जयपुर: नागौर, झुंझुनूं सहित कई जिलों में किसान सम्मेलनों के जरिए अपनी ताकत दिखा रहे सचिन पायलट नागौर के परबतसर में किसान सम्मेलन के बाद से ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे हैं। ‘राजस्थान संघ पायलट’ ट्विटर पर टॉप ट्रेंड में चल रहे हैं। ‘राजस्थान संग पायलट’ के समर्थन में अब तक 40 हजार से ज्यादा ट्वीट किए गए हैं। ‘राजस्थान संग पायलट’ ट्विटर पर टॉप ट्रेंड होने के बाद अब सियासी गलियारों में भी कई तरह की चर्चाएं चल पड़ी हैं।
ट्विटर के टॉप ट्रेंड 4 में ‘राजस्थान संग पायलट’ ट्रेंड हो रहा है जिससे समर्थकों में भी जोश हैं। ट्विटर ट्रेंड के जरिए समर्थक एक बार फिर सचिन पायलट को राजस्थान की कमान सौंपने की मांग कर रहे हैं। पायलट समर्थकों ने राजस्थान संग पायलट के जरिए पार्टी आलाकमान से एक बार फिर सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग कर डाली है। सचिन पायलट समर्थक माने जाने वाले एनएसयूआई के पूर्व अध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया ने सचिन पायलट की फोटो ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘यही कांग्रेस है, यही राजस्थान है’।
किसान सम्मेलन में पेपर लीक मामले को लेकर पायलट ने जताई नाराजगी
वहीं परबतसर में हुए किसान सम्मेलन में सभा को संबोधित करते हुए सचिन पायलट ने पेपर लीक मामले को लेकर इशारों-इशारों में अपनी सरकार पर सवाल खड़े किए थे। सचिन पायलट ने कहा था कि युवा पूरी शिद्दत के साथ परीक्षा की तैयारी करते हैं लेकिन बार-बार पेपर लीक होता है। ऐसी घटनाओं से वो भी आहत होते हैं।
सरकार को चाहिए कि छोटे-छोटे लोगों पर कार्रवाई करने की बजा सीधे बड़े लोगों पर कार्रवाई करें। साथ ही सचिन पायलट ने राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनने के पीछे कांग्रेस कार्यकर्ताओं की जी तोड़ मेहनत श्रेय दिया था। पायलट ने कहा था कि जब हम विपक्ष में थे तब हमने जी तोड़ मेहनत की थी कार्यकर्ताओं ने अपना खून पसीना बहाया था और उसी के दम पर सरकार बनी थी।
दमखम दिखा रहे हैं पायलट
राजस्थान में चल रहे सियासी घटनाक्रम के बीच सचिन पायलट लगातार अब किसान सम्मेलनों के जरिए भीड़ इकट्ठी करके पार्टी आलाकमान को भी अपना दमखम दिखा रहे हैं। बताया जाता है कि 5 दिनों के दौरे संपूर्ण होने के पायलट अन्य जिलों के दौरे पर जाकर भी किसान सम्मेलनों के जरिए आमजन से संवाद करेंगे।