राजस्थान की राजनीति में युवाओं की भूमिका कितनी अहम है, इस बात का अंदाजा तो महारानी काॅलेज में हुए थप्पड़ कांड के बाद सहज ही लगाया जा सकता है।
जयपुर: राजस्थान की राजनीति में युवाओं की भूमिका कितनी अहम है, इस बात का अंदाजा तो महारानी काॅलेज में हुए थप्पड़ कांड के बाद सहज ही लगाया जा सकता है। थप्पड़कांड के बाद हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट का एक फरमान काफी चर्चा में है। इस फरमान के मुताबिक अब छात्र नेता को कार्यालय उद्घाटन करने से पहले वहां के स्थानीय विधायक से इस संबंध में अनुमति लेनी होगी। विभाग के मुताबिक यह आदेश सभी विश्वविद्यालयों एवं उससे संबद्ध सभी काॅलेजों के लिए लागू होगा।
फरमान तो जारी हो गया। लेकिन अब शुरू हुई इस पर राजनीति। एनएसयूआई से एबीवीपी तक सभी पूर्व छात्र नेताओं ने इसे तानाशाही वाला कदम बताया है। आदेश के मुताबिक चुनाव उपरांत किए जाने वाले छात्रसंघ कार्यालयों का उद्घाटन अब स्थानीय विधायक की अनुमति से 10 फरवरी 2023 तक ही संपन्न किए जा सकते हैं।
बेनीवाल बोले- विधायक अनुमति दें या न दें मैं तो जाउंगा
आरएलपी पार्टी के सुप्रीमों और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि सरकार जानबूझकर छात्रों को कमजोर कर रही है जिसका आरएलपी पार्टी पुरजोर विरोध करेगी। एक तरफ सरकार छात्र संघ चुनाव करवाना चाहती हैए वहीं दूसरी ओर छात्रों को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि 10 फरवरी के बाद मुझे जो भी छात्रसंघ कार्यालय के उद्घाटन कार्यक्रम में बुलाएगा। मैं उसमें जरूर जाउंगा।
बेनीवाल ने कहा कि इससे पहले भी लिंगदोह कमेटी की आड़ में छात्रसंघ को कमजोर करने की कोशिश की गई है। छात्र नेता दो बार चुनाव नहीं लड़ सकता। अगर उसने महासचिव का चुनाव लड़ा है तो वह अध्यक्ष पद पर चुनाव नहीं लड़ सकता। वहीं, अगर कोई पदाधिकारी हार गया तो भी उसे दोबारा लड़ने का अधिकार नहीं है, जो लोकतांत्रिक व्यवस्था के खिलाफ है।
निर्मल बोले- पूरजोर तरीके से आदेश का विरोध करता हूं
राजस्थान विवि के छात्रसंघ अध्यक्ष निर्मल चैधरी ने कहा कि सरकार इस आदेश के द्वारा छात्रसंघ पदाधिकारियों पर दबाव बनाकर अपना अस्तित्व जमाना चाहती है। जो आम छात्रों के लिए पूरी तरह गलत है। मैं इस आदेश का पूरजोर तरीके से विरोध करना चाहता हूं।
रविंद्र भाटी बोले- तुगलकी फरमान का करेंगे विरोध
जयनारायण विवि के छात्रसंघ अध्यक्ष रहे रविंद्र सिंह भाटी ने बताया कि सरकार छात्रों पर नियम थोप रही है। जिसे प्रदेश के युवा किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि छात्रसंघ पदाधिकारी को किसी विधायक या सासंद ने नहीं, छात्रों ने बनाया है।