हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत ही पूजनीय माना गया है। इसका इस्तेमाल आयुर्वेद में औषधि के रूप में भी किया जाता है। तुलसी की पत्ती जड़ और बीज सभी गुणों से भरपूर हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार तुलसी के पौधे का सूखना सुभ नहीं माना जाता।
नई दिल्ली: ऐसा माना जाता है कि तुलसी का पौधा घर में लगाने से सभी प्रकार के संकट और नकारात्मकता घर से दूर रहती है। लोग बड़े ही प्यार से तुलसी का पौधा घर में लगाते हैं। लेकिन कई लोगों की शिकायत होती है कि खास ख्याल रखने के बाद भी उनकी तुलसी बार-बार सूख जाती है। इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। क्योंकि यह बहुत ही अशुभ संकेत है।
कब सूखती है तुलसी
माना जाता है कि बार-बार तुलसी का सूखना इस बात की ओर इशारा करता है कि आपके घर को किसी की बुरी नजर लग चुकी है। इसका दूसरा संकेत यह भी हो सकता है कि आपके परिवार पर किसी ने जादू-टोना करवाया है। इसी प्रभाव को तुलसी अपने ऊपर ले लेती है जिस कारण वह सूख जाती है। ज्योतिष शास्त्र में तुलसी के पौधे को बुध ग्रह से संबंधित बताया गया है। यदि किसी पर बुध ग्रह का बुरा प्रभाव होता है तब भी तुलसी का पौधा सूखने लगता है। तुलसी का सूखना पितृ दोष की ओर भी संकेत करता है।
सूखने कैसे बचाएं तुलसी
तुलसी के पौधे को घर में लाने से पहले सभी दरवाजों पर स्वास्तिक का निशान जरूर बनवाएं। इससे सभी टोने-टोटके कट जाते हैं, और आपकी तुलसी कभी नहीं सूखती।
सूखे तुलसी के पौधे का क्या करना चाहिए
ज्योतिष के अनुसार, तुलसी का सूखा हुआ पौधा घर से बाहर करने की सलाह दी जाती है, लेकिन इसे सम्मान से ही बाहर निकालना चाहिए। अगर तुलसी का पौधा सूख जाए तो इस पौधे को जड़ सहित उठाकर किसी पवित्र नदी, तालाब, सरोवर या पवित्र जलाशय में विसर्जित कर देना चाहिए। ध्यान रखें कि तुलसी के सूखे हुए पौधे को भी रविवार के दिन नहीं स्पर्श करना चाहिए।
इस दिन तुलसी में न चढ़ाएं जल
मान्यता है कि गुरुवार को तुलसी के पौधे को कच्चे दूध से सींचना चाहिए। कहा जाता है कि ऐसा करने से तुलसी में अधिक देर तक नमी बनी रहती है। इसके साथ ही वह हमेशा हरा-भरा नजर आता है। धार्मिक मान्यता के मुताबिक रविवार को तुलसी में जल नहीं देना चाहिए।