राजस्थान से आने वाले अर्जुन राम मेघवाल बने कानून मंत्री, किरेन रिजिजू की छुट्टी, मेघवाल ने IAS की नौकरी छोड़ सियासत में रखा था कदम

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अर्जुन राम मेघवाल को मोदी कैबिनेट में कानून मंत्रालय सौंपा गया है। अब तक कानून मंत्रालय का कार्यभार किरेन रिजिजू के पास था जिन्हें अब पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय दिया गया है। मेघवाल को मौजूदा विभागों के साथ ही कानून और न्याय मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

New Delhi: मोदी कैबिनेट में बहुत बड़ा फेरबदल किया गया है। दरअसल, अब किरेन रिजिजू की जगह कानून मंत्रालय अर्जुन राम मेघवाल को सौंप दिया गया है। वहीं, पूर्व कानून मंत्री किरेन रिजिजू को अब पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय सौंपा गया है।

अर्जुन राम मेघवाल राजस्थान से आते हैं। अर्जुन राम मेघवाल राजस्थान के बीकानेर से सांसद है। दरअसल, मेघवाल भाजपा के बड़े दलित चेहरों में शामिल हैं। अर्जुन राम मेघवाल को किरेन रिजिजू के स्थान पर उनके मौजूदा विभागों के साथ ही कानून और न्याय मंत्रालय में राज्य मंत्री के रूप में स्वतंत्र प्रभार सौंपा गया है। आज भी मेघवाल को इनके सादे जीवन शैली के लिए जाना जाता है।

कौन हैं अर्जुन राम मेघवाल?
अर्जुन राम मेघवाल का जन्म 7 दिसंबर, 1954 में बीकानेर के किस्मिदेसर गांव में हुआ। उन्होंने बीकानेर के डूंगर कॉलेज से साल 1977 में बीए और एलएलबी की डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने इसी कॉलेज से 1979 में मास्टर्स पूरा किया। इसके बाद 1982 में उन्होंने RAS परीक्षा पास की और राजस्थान उद्योग सेवा के लिए चुने गए। मेघवाल को जिला उद्योग केंद्र में सहायक निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया और राजस्थान के झुनझनू, धौलपुर, राजसमंद, जयपुर, अलवर और श्रीगंगानगर जिलों के जिला उद्योग केंद्र में उन्होंने महाप्रबंधक के रूप में भी काम किया।

इस तरह शुरू हुआ मेघवाल का करियर
अर्जुन राम मेघवाल के काम को देखते हुए साल 1994 में, उन्हें राजस्थान के तत्कालीन उपमुख्यमंत्री हरिश्चंद्र भाभा का ओएसडी के अधिकारी नियुक्त किया गया था। उसी साल उन्हें राजस्थान उद्योग सेवा पेरिस के लिए राज्य अध्यक्ष के रूप में चुना गया। फिर, मेघवाल को बाड़मेर में अतिरिक्त कलेक्टर (विकास) के रूप में नियुक्त किया गया। बाद में, उन्होंने डॉ अम्बेडकर मेमोरियल वेलफेयर सोसाइटी, राजस्थान के महासचिव का चुनाव जीता।

राजनीति में आने के लिए IAS पद से ली रिटायरमेंट
मेघवाल ने भारतीय प्रशासनिक सेवाओं (आईएएस) में पदोन्नति भी की और कई प्रशासनिक पदों पर काम किया। उन्होंने तकनीकी शिक्षा विभाग के उप सचिव, उच्च शिक्षा विभाग के विशेष सचिव, राजस्थान के नागपुर निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक, वाणिज्यिक कर विभाग के अपर आयुक्त का कार्यभार भी संभाला। इसके बाद राजनीति में शामिल होने के लिए उन्होंने अपनी स्वेच्छा से भारतीय प्रशासनिक सेवा से रिटायरमेंट ली।

ऐसे शुरू हुआ राजनीतिक सफर
इनके राजनीतिक सफर की शुरूआत साल 2009 में हुई। दरअसल, साल 2009 में उन्हें बीकानेर निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी का प्रतिनिधित्व करने वाले संसद सदस्य के रूप में चुना गया। इसके बाद, 2 जून, 2009 को मेघवाल ने संसद के सदस्य के रूप में शपथ ली। 2014 में, उन्हें 16वीं लोकसभा के लिए बीकानेर के निर्वाचन क्षेत्र से फिर से निर्वाचित किया गया। वह, केन्द्र सरकार में वित्त व कंपनी मामलात राज्य मंत्री संसदीय कार्य मंत्री, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण राज्य मंत्री रहे।

लोकसभा अध्यक्ष ने उन्हें लोक समिति के अध्यक्ष के रूप में नामित किया। मेघवाल ने 5 जुलाई, 2016 को वित्त राज्य मंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। उन्होंने माल और सेवा कर के सफल कार्यान्वयन के लिए उल्लेखनीय काम किया है। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में मेघवाल बीकानेर से लगातार तीसरी बार सांसद निर्वाचित हुए।

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