पिछले दिनों जयपुर जिले में दूदू व कोटपूतली-बहरोड़ को नए जिले बनाने की घोषणा से जयपुर जिले की पंचायती राज राजनीति में बदलाव की संभावना बढ़ गई है।
दूदू/कोटपूतली: मुख्यमंत्री की ओर से पिछले दिनों जयपुर जिले में दूदू व कोटपूतली-बहरोड़ को नए जिले बनाने की घोषणा से जयपुर जिले की पंचायती राज राजनीति में बदलाव की संभावना बढ़ गई है। ऐसे में नए जिलों के गठन के बाद जिला परिषद का राजनीतिक परिदृश्य भी बदलने के आसार हैं। अभी जिला परिषद जयपुर में 51 जिला परिषद सदस्य हैं। नए जिलों के गठन के बाद इन 51 सदस्यों में से कई जिला परिषद सदस्यों का निर्वाचन क्षेत्र नए जिले दूदू व कोटपूतली-बहरोड़ में शामिल होना तय है। इससे जयपुर जिला परिषद में जिला परिषद सदस्यों की संख्या कम होगी। आगामी विधानसभा चुनाव में कम समय बचा है। इस कारण कांग्रेस सरकार नए जिलों का जल्द नोटिफिकेशन कर वहां जिला परिषद समेत अन्य कार्यालयों के स्थापना के आदेश जारी कर सकती है।
स्थान जनसंख्या राजस्व गांव
दूदू 110013 67
मौजमाबाद 103003 89
फागी 191126 172
नए जिलों में जिला परिषद का होगा गठन
नए जिले बनने के बाद कोटपूतली-बहरोड़ व दूदू में जिला परिषद की स्थापना होगी। इन जिला परिषदों में नए जिला प्रमुख का मनोनयन एवं निर्वाचन की संभावना है। शुरुआती दौर में जिला कलक्टर को प्रशासनिक कामकाज संचालन के लिए जिला परिषद का प्रशासक नियुक्त किया जा सकता है। लेकिन अभी जिला परिषद सदस्यों का कार्यकाल 41 महीने बचने के कारण नए जिले में जिला प्रमुख का निर्वाचन या मनोनयन होने की संभावना है। ऐसे में जयपुर जिला परिषद की वर्तमान राजनीति का स्वरूप बदलना तय माना जा रहा है। जयपुर के 51 जिला परिषद सदस्य अब तीन जिलों में बंट जाएंगे और पंचायत समिति व ग्राम पंचायत भी कम हो जाएगी। नए दूदू जिले में दूदू, मौजमाबाद, फागी व माधोराजपुरा पंचायत समिति के रहने की संभावना है।