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राजस्थान: प्रदेश में 7 हजार टन तंबाकू कचरा, इतना की 2390 टन कागज और 59084 पेड़ों के बराबर, धरती में घुल रहा है यह जहर

Jaipur: तंबाकू उत्पाद बीमारियां बांटने और काले कारोबार तक ही सीमित नहीं है, बल्कि धरती में जहर घोलकर पर्यावरण को भी जमकर प्रदूषित कर रहे हैं। इन उत्पादों का करीब 7 हजार टन कचरा प्रति वर्ष राजस्थान की धरती में समा रहा है। इनमें धूम्रपान और चबाने वाले तंबाकू उत्पादों से निकलने वाले प्लास्टिक, कागज, एल्यूमिनियम, फाॅइल, पन्नी और फिल्टर शामिल हैं। देश के 17 राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों के 33 जिलों में किए गए एक अध्ययन के मुताबिक राज्य में प्रति वर्ष सिगरेट, बीडी और चबाने वाले तंबाकू उत्पादों से 3008.09 टन प्लास्टिक कचरा निकल रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि इन उत्पादों से निकल रहा कागज 59084 पेड़ों और एल्युमिनियम फॉइल (पन्नी) 1 बोइंग 747 विमान के बराबर है।

ग्लोबल एडल्ट टोबेको सर्वे के अनुसार राजस्थान में करीब 2.5 करोड़ तंबाकू उपभोक्ता हैं। गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने 22 जनवरी के अंक में “बीमारियां बांटकर 10 हजार करोड़ रुपए “खा” रहे तंबाकू कारोबारी” शीर्षक से प्रकाशित समाचार में बताया था कि तंबाकू का करीब 75 प्रतिशत कारोबार 80 प्रतिशत नकद लेनदेन के साथ ब्लैक में चल रहा है। जिसके कारण राज्य सरकार को सालाना करीब 10 हजार करोड़ के राजस्व की चपत लग रही है।


17 राज्यों के 33 जिलों से लिए सैंपल
ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एम्स) जोधपुर, दी यूनियन के तकनीकी व शिक्षित रोजगार केन्द्र प्रबंधक समिति (एसआरकेपीएस) के राज्य स्तरीय सहयोग से देश के 17 राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों के 33 जिलों में किया गया। अध्ययन में राजस्थान के जोधपुर, कोटा, झुंझुनूं और चित्तौड़गढ़ जिलों को भी शामिल किया गया। अध्ययन के लिए 200 तंबाकू उत्पादों के पैकेट और पाउच देश के विभिन्न राज्यों से एकत्रित किए गए। जिनमें 70 सिगरेट ब्रांड, 94 बीडी ब्रांड और 58 धूम्ररहित तंबाकू ब्रांड शामिल थे।

तंबाकू उत्पादों का कुल कचरा इनके बराबर
प्लास्टिक कचरा 30 लाख बाल्टी
कागज 59804 पेड़
पेपर 32 लाख नोट बुक
एल्युमिनियम फॉइल (पन्नी) 1 बोइंग 747 विमान
फिल्टर 3.58 लाख टीशर्ट


कचरे के वजन आर आंकड़ों से मिलान कर निकाला निष्कर्ष

एसआरकेपीस से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता राजन चौधरी के अनुसार इन तंबाकू उत्पादों की पैकेजिंग में मौजूद प्लास्टिक, कागज, एल्युमिनियम फॉइल, पन्नी और फिल्टर सामग्री का वजन लिया गया। जिसे तंबाकू सर्वेक्षण के आंकड़ों से मिलान कर निष्कर्ष निकाला गया।
राजस्थान में तंबाकू जनित कचरे का गणित (टन में वार्षिक)
प्लास्टिक कचरा
सिगरेट 78.79
बीडी 605.97
चबाने वाले तंबाकू उत्पाद 2323.24
कुल 3008.09
कागज कचरा
सिगरेट 1213.22
बीडी 515.72
चबाने वाले तंबाकू उत्पाद 1874.51
कुल 2390.23

एल्युमिनियम फॉइल-पन्नी कचरा
सिगरेट 234.59
फिल्टर कचरा
सिगरेट 50.63
बीड़ी 3.22
कुल 53.85
सभी तंबाकू उत्पादों से कुल कचरा
कागज, प्लास्टिक, एल्युमिनियम फॉइल, पन्नी और फिल्टर 7 हजार
सिगरेट 1577.22
बीड़ी 1124.91
चबाने वाले तंबाकू उत्पाद 4197.85

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