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Delhi MCD: हंगामे के चलते आज भी नहीं मिला दिल्ली को मेयर, एक महीने में तीसरी बार टला चुनाव

दिल्ली मेयर चुनने के लिए आज एक बार फिर बैठक हुई। उम्मीद की जा रही थी कि एक महीने में तीसरी बार की जा रही कोशिश सफल रहेगी लेकिन आज भी दिल्ली को नया मेयर नहीं मिल सका।

New Delhi: राजधानी दिल्ली में 7 दिसंबर को MCD के चुनाव नतीजे आए थे, लेकिन आज तक मेयर नहीं मिल सका है। एक महीने में तीसरी बार आज हंगामे के चलते एमसीडी की कार्यवाही बाधित हुई। दरअसल, पीठासीन अधिकारी ने आम आदमी पार्टी के दो विधायकों का वोटिंग राइट रद्द कर दिया, जिस पर हंगामा शुरू हो गया। इससे पहले 6 जनवरी और 24 जनवरी को भी कोशिश फेल रही थी। आज एमसीडी मेयर के चुनाव से पहले उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने आरोप लगाया था कि बीजेपी ने अपने पार्टी पार्षदों को फिर से चुनाव रोकने का निर्देश दिया है। सिसोदिया ने एक ट्वीट में कहा, ‘…उन्हें (BJP पार्षदों) सदन की कार्यवाही शुरू होते ही किसी बहाने से हंगामा करने को कहा गया है। पीठासीन अधिकारी फिर सदन की कार्यवाही की तरह सदन को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर देंगे। एलजी फिर से 20 दिन बाद की तारीख तय करेंगे।’ अब एक बार फिर एलजी के पास फाइल जाएगी और उनकी स्वीकृति पर नई डेट आएगी। समझा जा रहा है कि कम से कम 15 दिन के लिए मेयर चुनाव टल गया है।

बीजेपी और आम आदमी पार्टी के पार्षद आज नारेबाजी करने लगे और सदन में हंगामा खड़ा हो गया। दरअसल, पीठासीन अधिकारी ने एमसीडी सदन में कहा कि एल्डरमैन यानी मनोनीत पार्षद मेयर, डेप्युटी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों के चुनाव में भाग ले सकते हैं यानी वोट डाल सकते हैं। आप पार्षदों ने इसका विरोध किया। हंगामे के चलते बैठक को स्थगित कर दिया गया।

उल्टा चोर कोतवाल को डांटे… वोटिंग से पहले AAP का हमला
चुनाव से पहले ही आज आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच जुबानी जंग तेज हो गई। आप नेता आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर हमला बोला। आतिशी ने कहा कि उल्टा चोर कोतवाल को डांटे? इससे ज्यादा हास्यास्पद क्या होगा कि MLA, सांसद, पार्षद खरीदने वाली BJP कह रही है कि AAP भाजपा के पार्षद खरीदने की कोशिश कर रही है। BJP को कहना चाहती हूं, बहानेबाज़ी छोड़िए, मेयर का चुनाव होने दें, दिल्ली से जनादेश का सम्मान करें। आतिशी ने आगे कहा कि 10 साल से BJP जहां चुनाव हारती है, वहां पीछे के दरवाजे से सरकार बना लेती है। पहले उन्होंने गैरकानूनी तरीके से नॉमिनेटेड सदस्य और पीठासीन अधिकारी चुना। पिछली बार भी अपनी पीठासीन अधिकारी से चुनाव स्थागित करवाया। आज भी BJP हंगामा करके दिल्ली मेयर चुनाव को स्थगित करवाएगी।

मेयर चुनाव से पहले बीजेपी भी फॉर्म में दिखी
मेयर चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। पार्टी नेताओं ने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी हमारे पार्षदों को प्रलोभन दे रही है। बीजेपी ने कहा कि आम आदमी पार्टी पूरी तरह से भ्रष्ट है। AAP जानबूझकर मेयर चुनाव में देरी कर रही है। इस देरी की आड़ में वह हमारे पार्षदों को पद का प्रलोभन दे रही है। वह चाहती है कि मेयर चुनाव और देरी से हो। बीजेपी की ओर से बोलते हुए वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि असलियत यह है कि आम आदमी पार्टी को नगर निगम में अपने नेताओं पर भरोसा नहीं है, उनको अपने नेतृत्व पर भरोसा नहीं है और वह छटपटाहट साफ दिखाई दे रही है। उन्होंने आगे कहा कि AAP को संवैधानिक कर्तव्य, संवैधानिक मूल्य किसी की परवाह नहीं है, उनको सिर्फ कैसे हम सत्ता हासिल कर पाएं, कैसे दिल्ली वालों को परेशान कर पाएं, सारा लक्ष्य इस पर है।

दो बार नाकाम हो चुकी हैं कोशिशें, सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा है मामला
दिल्ली की नई मेयर चुनने के लिए एक नहीं दो बार कोशिशें की गई थीं। एक बार 6 जनवरी को तो वहीं एक 24 जनवरी को। अफसोस दोनों ही बार मेयर नहीं चुना जा सका। 6 जनवरी और फिर 24 जनवरी को विधानसभा में भारी हंगामे और गुत्थमगुत्था के बीच मेयर चुनाव की तारीख आगे बढ़ानी पड़ीं। नौबत यहां तक आ गई कि मामले को आम आदमी पार्टी सुप्रीम कोर्ट तक ले गई। इसके बाद भी अब तक कई हल नहीं निकला है।

7 दिसंबर के नतीजों में AAP को मिली थी बंपर जीत
दिल्ली में 4 दिसंबर को एमसीडी के चुनाव हुए थे वहीं 7 दिसंबर को इसके नतीजे घोषित कर दिए गए थे। आम आदमी पार्टी को सबसे ज्यादा 134 सीटें मिली थीं वहीं भाजपा के खाते में 104 सीटें आई थीं। कांग्रेस को मात्र 9 सीटें मिली थीं। अंक गणित की बात करें तो आम आदमी पार्टी के पास इस समय कुल मिलाकर 150 वोट हैं। बीजेपी के पास 105 पार्षद और 7 सांसद और एक MLA सहित 112 वोट हैं।

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