मानसरोवर स्थित मान्यावास में शुक्रवार रात चार्जिंग के समय इलेक्ट्रिक स्कूटी में आग लग गई। आग पास ही खड़ी पेट्रोल स्कूटी तक पहुंची तो उसकी टंकी में विस्फोट हो गया।
जयपुर: मानसरोवर स्थित मान्यावास में शुक्रवार रात चार्जिंग के समय इलेक्ट्रिक स्कूटी में आग लग गई। आग पास ही खड़ी पेट्रोल स्कूटी तक पहुंची तो उसकी टंकी में विस्फोट हो गया। धीरे-धीरे पूरा घर आग की चपेट में आ गया। घर में सो रहे चिकित्सक परिवार के पांच सदस्य आग से घिर गए। इस दौरान अपने घर लौट रहे पड़ोसी आरएसी कांस्टेबल हनुमान ने उन्हें बचाया।
कांस्टेबल ने खिड़की तोड़कर परिवार को निकाला। डॉक्टर के परिवार के तीन लोग 30 प्रतिशत तक झुलस गए। आग सालासर एनक्लेव निवासी डॉ. नरेंद्र यादव के घर में लगी। घर में पत्नी ज्योति, पांच साल की बेटी जस्मित, बहन सुनीता, भातीजे रवि और रिश्तेदार डॉ. पवन थे। फायर ऑफिसर राजेन्द्र नागर ने बताया कि घटना के समय डॉ. नरेंद्र, उनकी पत्नी व बेटी भूतल पर थे। वहीं बहन, भतीजा रवि पहली मंजिल पर और डॉ. पवन दूसरी मंजिल पर थे। डॉ. यादव ने रात दस बजे इलेक्ट्रिक स्कूटी में चार्जिंग प्लग लगाया। रात 11 बजे स्कूटी ने आग पकड़ ली। पास ही खड़ी स्कूटी ने आग पकड़ ली और पेट्रोल की टंकी में विस्फोट हो गया।
आग के कारण निकलने का नहीं मिला रास्ता
विस्फोट के साथ ही ग्राउंड फ्लोर के साथ पहली मंजिल पर भी आग फैल गई। आग लगने से घर में सो रहे लोग फंस गए। पोर्च में आग लगने से उन्हें निकलने का रास्ता ही नहीं मिला। इस बीच पड़ोसी कांस्टेबल घर पहुंचा और उसने खिड़की तोड़कर एक-एक कर आग में घिरे परिवार के सभी सदस्यों को बाहर निकाला। आग से घर का पूरा सामान जल गया। घटना में नरेंद्र यादव, सुनीता, रवि तीस प्रतिशत जल गए। इनको एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। डॉ. नरेंद्र की हालत गंभीर बताई जा रही है।