अगले साल प्रस्तावित नगरीय निकाय और विधानसभा चुनाव में टिकट का सपना देख रहे नेता पुत्रों को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बड़ा झटका दिया है। अपने भोपाल दौरे के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने इस बयान से सबको हैरान कर दिया। अपनी प्रेस वार्ता के दौरान जेपी नड्डा ने कहा की किसी भी नेता पुत्र टिकट नहीं मिलेगा और जो भी पॉलिसी केंद्र संगठन ने बनाई है उसी हिसाब से टिकट का वितरण होगा।
जेपी नड्डा ने उत्तर प्रदेश का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां कई सांसदों के बेटे अच्छा काम करने पर दावेदार थे, लेकिन उन्हें टिकट नहीं दिया। नेताओं के बेटे फिलहाल संगठन के काम में लगे रहें।
भोपाल में नड्डा ने कहा कि हमें परिवारवाद के कंसेप्ट को समझना होगा। हमारा मानना है कि पिता अध्यक्ष, बेटा जनरल सेक्रेटरी। पार्लियामेंट्री बोर्ड में चाचा-ताया-ताई। यह परिवारवाद है।
परिवारवाद की पार्टियों में पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस (जम्मू कश्मीर), लोकदल (हरियाणा), शिरोमणि अकाली दल (पंजाब), समाजवादी पार्टी (उत्तरप्रदेश), राष्ट्रीय जनता दल (बिहार), टीएमसी (पश्चिम बंगाल), डीएमके (तमिलनाडु), कर्नाटक में कुमार स्वामी की पार्टी, महाराष्ट्र में शिवसेना और एनसीपी हैं। ये सब परिवारवाद के रिप्रेजेंटेटिव हैं। इनकी कोशिश पिता के बाद बेटे के जगह लेने की होती है। भाजपा अपनी पॉलिसी में ऐसा नहीं करेगी।
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कश्मीर के सवाल पर जेपी नड्डा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पर कोई चुप नहीं है। केंद्र सरकार एक्शन में है। गोली शांत नहीं होती कि उसे चलाने वाले को शांत कर देते हैं। स्थानीय चुनाव शांति से हो गए, जिससे वहां के नेताओं का फ्रस्टेशन सामने आने लगा है।
अपने भोपाल दौर के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मध्य प्रदेश के सीएम और उनकी सरकार की जमकर तारीफ की।